पूरे राज्य में जिला दुर्ग महिलाओं की भागीदारी अव्वल एवं विकलांग रोजागर देने में
दुर्ग, /महात्मा गांधी राष्ट्र्रीय रोजगार गारंटी योजना में कार्यरत महिलाऐं को रोजगार एवं विकलांग को रोजगार देने में प्रथम स्थान पर है। वित्तीय वर्ष 2023-2024 में कुल महिलाओं मजदूरों की संख्या एक लाख 4 हजार 56 है, जिसमें मानव दिवस 32 लाख 31 हजार 2 सौ 59 महिला मानव दिवस उपलब्ध कराया गया है। आज सभी पंचायत ग्राम सभा के माध्यम से रोजगार दिवस आयोजित किया गया जिसमें योजना से संबंधित एवं अधिक से अधिक श्रमिकों को मनरेगा अंतर्गत रोजगार देने की जानकारी भी दी गई। ग्राम पंचायतों में श्रममूलक पर्याप्त कार्य स्वीकृत है, जिसके तहत मांग अनुसार निरंतर श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। मजदूरों को 15 दिवस बैंक खाते के माध्यम से भुगतान करने संबंधी विस्तार से जानकारी दी गई। गौरतलब है कि योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2023-24 में कुल पंजीकृत परिवार 1 लाख 03 हजार 3 सौ 84 है। जिसमें से 85 हजार 5 सौ 12 परिवारों को रोजगार दिया जा चुका है। 32 लाख 31 हजार 2 सौ 59 मानव दिवस सृजित किया गया है। वर्तमान में एक हजार एक सौ 10 निर्माण कार्य ग्राम पंचायत में प्रारंभ है। वृक्षारोपण कार्य, डबरी निर्माण, तालाब निर्माण, तालाब गहरीकरण, नवीन पंचायत भवन, आंगनबाडी, उचित मूल्य की दुकान, निर्माण इत्यादि कार्य निरंतर चल रहे हैं।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अश्विनी देवांगन बताया कि रोजगार दिवस के अवसर पर वित्तीय वर्ष 2023-24 में जिला दुर्ग में 80.08 प्रतिशत महिला मजदूर कार्य कर रही है। सृजित महिला मानवदिवस 23 लाख 17 हजार 37 महिला को कार्य कर रही है। दुर्ग जनपद पंचायत में 84.02 प्रतिशत, धमधा जनपद पंचायत 73.79 प्रतिशत, पाटन जनपद पंचायत 83.32 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी रही है। विकलांग 1 हजार 2 सौ 71 श्रमिकों को रोजगार दिया गया है। इसमें पाटन जनपद 532, धमधा 472 एवं दुर्ग 267 पंजीकृत है।