क्रेडा द्वारा रिटेलर ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन संपन्न
दुर्ग। ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशियेंसी भारत सरकार (बीईई) एवं छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) ऊर्जा विभाग छ.ग. शासन के तत्वावधान में ऊर्जा संरक्षण आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत् आज 21 दिसम्बर को दुर्ग जिले में रिटेलर ट्रेनिंग प्रोग्राम मानक और लेबलिंग विषय पर होटल सेंट्रल पार्क सुपेला भिलाई में आयोजन किया गया। अधीक्षण अभियंता श्री भानुप्रताप के मार्गदर्शन में आयोजित कार्यक्रम में बहुत अधिक रिटेलर एवं उनके प्रतिनिधि उपस्थित हुए। श्री भानुप्रताप, अधीक्षण अभियंता क्रेडा जोनल कार्यालय दुर्ग द्वारा कार्यक्रम में सम्बोधन के दौरान कहा गया कि आज के वर्तमान स्थिति में बढ़ती हुई जनसंख्या एवं उनके विद्युत आवश्यकताओं की पूर्ति को कम करने के लिए सबसे पहले जो हम ऊर्जा का उपयोग कर रहे है, उसे किस तरह से संरक्षण किया जाये और ऊर्जा दक्ष उपकरणों की आवश्यकता हमें क्यों हो रही है। स्टार रेटिंग एवं लेबलिंग विषय के बारे में बताया गया तथा ऊर्जा संरक्षण अधिनियम-2001 के परिपालन किये जाने के लिए रिटेलर के प्रतिनिधि को बताया गया। साथ ही बिजली बचाने के लिए तथा हमारे पास उपलब्ध संसाधन को बहुत समय तक उपयोग करने के लिए ऊर्जा दक्ष उपकरणों का उपयोग एवं नवीनकरणी ऊर्जा जैसे-सौर ऊर्जा श्रोतों का अधिक से अधिक उपयोगों का बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्टार रेटेड उपकरण को अधिकाधिक आम जनता तक पहुंचाये जाने हेतु विद्युत उपकरण विक्रेताओं से अनुरोध किया गया। क्रेडा प्रधान कार्यालय रायपुर ऊर्जा प्रकोष्ठ से आये श्री निहार रंजन साहू परियोजना समन्वयक द्वारा वर्तमान परिस्थिति में ऊर्जा का निरंतर उपयोग एवं भारी मात्रा में हो रहे कार्बन उत्सर्जन के कारण प्राकृतिक आपदाओं, ग्लोबल वार्मिंग जैसे भयानक स्थिति उत्पन्न हो रही है, जो समस्त प्राणियों के लिए हानिकारक है, जिससे बचने के लिए सौर ऊर्जा संरक्षण अधिनियम-2001 तथा संसोधित विधेयक-2022 के तहत् भारत सरकार द्वारा लिये गये निर्णय अनुसार वर्ष-2030 तक भारत में अपरांपरिक ऊर्जा श्रोत की उत्पादकता 500 गीगावॉट तक किये जाने का लक्ष्य अनुसार कार्य किया जाना है, एवं अधिक ऊर्जा खपत/कार्बन उत्सर्जन स्तर को न्यूनतम करने के लिए वर्ष-2070 तक उचित कदम उठाकर शुन्य कार्बन उत्सर्जन वाला राष्ट्र बनाने की दिशा में भारत सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे है।