छत्तीसगढ़

सफाई मित्रों और प्रतिभागियों का किया सम्मान। 15 दिन चलें स्वच्छता पखवाड़े का समापन, 55 स्कूली छात्र-छात्राओं का सम्मान। महापौर, कलेक्टर और निगम कमिश्नर ने दिए प्रशस्ति पत्र।

भूपेंद्र साहू।
ब्यूरो चीफ बिलासपुर।
मो.- 9691444583
बिलासपुर- 15 सितंबर से आयोजित स्वच्छता ही सेवा और स्वच्छता लीग 2.0 अभियान का आज समापन किया गया।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जयंती और स्वच्छता दिवस के अवसर पर आयोजित समापन कार्यक्रम में अभियान के तहत विभिन्न प्रतियोगिता में भाग लेने वाले स्कूली छात्र-छात्राओं और सफाई मित्रों का सम्मान किया गया।
स्वच्छता लीग के तहत शहर के विभिन्न स्कूलों में ड्राइंग, पेंटिंग, पोस्टर, निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई थी, जिसमें प्रथम, द्वितीय और तृयीय आने वाले 55 छात्र-छात्राओं को महापौर, कलेक्टर संजीव झा और निगम कमिश्नर कुणाल दुदावत ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किए। इसके अलावा सफाई मित्रों को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर महापौर ने कहा हम शहर को स्वच्छ रखने लगातार अभियान चला रहे हैं। नगर निगम पूरी टीम भावना के साथ काम कर रही है। हम सभी का दायित्व है की पूरे शहर में स्वच्छता को लेकर जनजागरूकता फैलाएं। शहरवासियों से अपील करते हुए महापौर श्री यादव ने कहा की सब अपना थोड़ा थोड़ा योगदान दें।
सार्वजनिक स्वच्छता को अपनी आदत बनाएं। सब मिलकर प्रयास करें ताकि आने वाले समय में बिलासपुर नंबर वन बन सकें। कलेक्टर संजीव कुमार झा ने कहा की शहर स्मार्ट तभी होगा जब शहर स्वच्छ होगा। बाहर से आएं व्यक्ति जब कहे यह शहर साफ है तब हमारा कार्य सार्थक होगा,इसके लिए सबको आगे आना होगा। स्वच्छता एक जन आंदोलन है जो नागरिकों की सहभागिता के बगैर अधूरा है। कलेक्टर ने कहा की जिन लोगों को भी आज प्रशस्तिपत्र मिला है उनकी ज़िम्मेदारी और बढ़ गई है अपने शहर को स्वच्छ रखने और लोगों को प्रेरित करने के लिए। कमिश्नर कुणाल दुदावत ने स्वच्छता पखवाड़े का विवरण देते हुए कहा की 15 दिनों तक शहर में स्वच्छता को लेकर सब में उत्साह था, इसे हमेशा बनाएं रखना है। 15 दिनों में विशेष सफाई अभियान, जागरूकता रैली ड्राइंग पेटिंग जैसी रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से जन जागरूकता के प्रयास किए गए है। स्वच्छता को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं,अरपा नदी में गंदे पानी को रोकने एसटीपी निर्माणाधीन है, शहर के भारतीय नगर और जतिया तालाब को दूषित होने से बचाने के लिए एसटीपी लगा कर संवारा गया है। आगे भी अन्य तालाबों को संवारने कार्य योजना बनाई जा रही है।

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