राजनीतिक

गांधी व लालबहादुर की जयंती की बधाई-तुकाराम

लालबहादुर व गांधी जयंती की बधाई-तुकाराम

वैष्णव जन तो तेने कहिए जो पीड़ पराई जाने है। दूसरों की पीड़ा को अपनी समझने वाले राष्ट्रपिता गांधीजी के अहिंसा, सामाजिक समरसता और आपसी सद्भाव के सिद्धांत आज दौर में और अधिक प्रासंगिक हो गए हैं। साथ ही समाज के सबसे पिछड़े व्यक्ति के लिए उनकी चिंता और हर वर्ग का उत्थान करवाना ऐसे गुण थे जिन्होंने उन्हें राष्ट्रपिता और महात्मा बनाया।किसी भी प्रदेश या संपूर्ण भारत देश के विकास और उन्नति गांधीजी के इन सिद्धांतों पर चलकर, उन्हें आत्मसात करके ही की जा सकती है। राष्ट्रपिता को मेरा सादर नमन।

“गाँधी” और “शास्त्री” दो ऐसी विचारधाराएं हैं, जो बुरी से बुरी परिस्थिति में भी आपका साहस नहीं टूटने देतीं।

जयंती पर शत-शत नमन तुकाराम चंद्रवंशी

Related Articles

Back to top button