न्यायधानी बिलासपुर के एसपी संतोष सिंहने लिया चार्ज, कहा – अपराध और अपराधियों से सख्ती से निपटा जाएगा॥ अपराधियों को अपराधियों की तरह ही देखा जाएगा।
न्यायधानी बिलासपुर के एसपी संतोष सिंहने लिया चार्ज, कहा – अपराध और अपराधियों से सख्ती से निपटा जाएगा॥ अपराधियों को अपराधियों की तरह ही देखा जाएगा।
भूपेंद्र साहू.
ब्यूरो चीफ बिलासपुर.
बिलासपुर। जिले के नवपदस्थ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने कार्यभार ग्रहण किया। इसके बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अपराध और अपराधियों से सख्ती से निपटा जाएगा। अपराधियों को अपराधियों की तरह ही देखा जाएगा॥
SSP पारुल माथुर ने उनका स्वागत। इसके पहले पुलिस के अधिकारियों और जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। चार्ज लेने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों और थानेदारों से मुलाकात की। इसके बाद बिलासागुड़ी में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अभी तक छत्तीसगढ़ के अलग अलग जिलों में काम करने का अवसर मिला है। दुर्ग में CSP के रूप में काम किया, फिर Ad SP के रूप में सुकमा में काम किया। इसके बाद कोंडागांव, नारायणपुर, रायगढ़, कोरिया, राजनांदगांव और कोरबा में काम करने के बाद अब बिलासपुर में काम करने का अवसर मिला है। हर जगह की अलग समस्याएं और चुनौतियां होती है। उसके हिसाब से प्राथमिकताएं तय कर काम करना पड़ता है। यहां की समस्याओं और जरूरतों को पहले देखूंगा उसके बाद प्राथमिकताएं तय करूंगा। बड़े जिलों में अपराध एक बड़ी चुनौती होती है। विशेषकर दूसरे प्रदेशों से आकर अपराध करने वाले, क्योंकि वे अपराध करने के बाद गायब हो जाते है। हर बड़े शहर की ये चुनौती है। दूसरा नशे से संबंधित अपराध है जो लगातार बढ़ता जा रहा है। तीसरा ट्रैफिक की समस्या है। बिलासपुर में ट्रैफिक का काफी दबाव है। सड़क हादसे में और सड़क हादसे से हुई मौत में बिलासपुर जिला प्रदेश में तीसरे नंबर पर है। तो इन सभी समस्याओं पर काम किया जाएगा। जब उनसे पूछा गया कि आपको नक्सल क्षेत्र और मैदानी क्षेत्र दोनो में काम करने का अवसर मिला है। कहां के अपराधी ज्यादा शातिर होते है ? तो उन्होंने कहा कि दोनो जगह की अलग अलग चुनौतियां है। नक्सल क्षेत्र में पुलिस के सामने जीवन मृत्यु का सवाल रहता है। ऐसे चार जिलों में काम करने का अवसर मिला काफी मुश्किल हालात थे। लेकिन धीरे धीरे हालात बदल रहे है, लगातार बेहतर काम हो रहे है, पहली बहुत इनकाउंटर्स होते थे जिसमे नक्सली तो मारे हो जाते थे पुलिस के जवान भी शाहिद होते थे। लेकिन उस क्षेत्र में विकास हुआ है और सरकार की योजनाएं लोगों तक पहुंच रही है। जिससे स्थिति बेहतर हो रही है। दोनों काम में पुलिस का महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। विकास के काम में लगे लोगों को सुरक्षा देना पड़ता है और योजनाओं को आम आदमी तक पहुंचने वालो को भी सुरक्षा देनी पड़ती है। मैदानी क्षेत्र में मर्डर, गैंगवार, ड्रग्स, डीजल चोरी, कोयला चोरी, कबाड़ चोरी जैसी समस्या रहती है।
इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर राजेंद्र जायसवाल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राहुल देव शर्मा, सीएसपी कोतवाली पूजा कुमार, सिविल लाइंस सीएसपी संदीप पटेल, हेड क़्वाटर डीएसपी राजेश श्रीवास्तव सहित अधिकारी मौजूद रहे।