सराफा व्यापारी को दिनदहाड़े गोली मारकर लूटने वाले आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार जेवर और कैश भी किये बरामद, बनारस से ट्रांजिट रिमांड लेकर दुर्ग लायेगी सीजी पुलिस

दुर्ग। गुरूवार को दिनदहाडे अमलेश्वर के तिरंगा चौक में स्थित तिरंगा चौक में समृद्धि ज्वेलर्स के संचालक सुरेंद्र कुमार सोनी (52) को गोली मारकर हत्या कर जेवर और नगद लूट कर फरार होने वाले चारों आरोपियों का पीछा करते हुए दुर्ग पुलिस ने शुक्रवार 21 अक्टूबर बनारस से गिरफ्तार कर करने में सफलता पाई है। पुलिस ने इन आरोपियों को पकडकर इनके पास से सराफा दुकान से लुटे गये जेवर और 90 हजार रुपए भी बरामद कर ली है। प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने 48 घंटे में आरोपियों को पकडलेने पर दुर्ग पुलिस को बधाई दी है।
घटना की जानकारी मिलते ही दुर्ग पुलिस के आला अधिकारी तुंरत अमलेश्वर पहुंचकर सबसे पहले सीसीटीव्ही कैमरा को खंगाला और देखा कि कैमरे में आरोपी और वारदात कैद हो गया था उसके आधार पर पुलिस से इस फुटेज को चारो ओर सर्कुलेट कर दिया और इन आरोपियों का पीछा करते हुए बनारस तक पहुंच गये और वहां बनारस पुलिस से सहयोग लेकर हत्या और लूट की वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश आलोक, अजय, सौरभ और अभिषेक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। छत्तीसगढ़ और वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस इन बदमाशों से पूछताछ कर रही है। पूछताछ के बाद दुर्ग पुलिस न्यायालय से ट्रांजिट रिमांड पर दुर्ग लेकर आयेगी।
गिरफ्तार बदमाशों का नाम और पता
अजय कुमार पुत्र वंशराज, निवासी- वभनियाव गांव, धानापुर थाना, चंदौली, उत्तर प्रदेश।
अभिषेक झा पुत्र अवध किशोर झा, निवासी- रजला गांव, कुढऩी थाना, मुजफ्फरपुर, बिहार।
सौरभ कुमार पुत्र अर्जुन सिंह, निवासी- गया डंडीबाग गांव, गया थाना, गया, बिहार।
अलोक कुमार पुत्र सत्येंद्र यादव, निवासी- पहलेजा साबुदिया गांव, सोनपुर थाना, छपरा, बिहार।
गुरूवार दोपहर को घटना को दिये थे अंजाम
ज्ञातव्य हो कि अमलेश्वर के तिरंगा चौक में समृद्धि ज्वेलर्स नाम से सोने-चांदी के आभूषण की दुकान है। गुरुवार दोपहर करीब एक बजे दो युवक ग्राहक बनकर दुकान में आए थे। दुकान संचालक सुरेंद्र कुमार सोनी (52) उस समय अकेले थे। युवकों ने उनसे गहने दिखाने कहा। सुरेंद्र गहने दिखाने लगे। वह रैक से कुछ निकालने के लिए नीचे झुके। उनका सिर काउंटर से जैसे ही नीचे हुआ, दो युवकों में से एक ने उनका सिर पकड़कर जोर से काउंटर पर मारा। फिर दोनों युवकों ने पिस्टल निकाल ली और सुरेंद्र सोनी पर फायरिंग कर दी।
दोनों ने सुरेंद्र के सिर, छाती और चेहरे पर पांच से छह गोली मारी थी। इसके बाद दोनों काउंटर, दराज और दुकान में रखे जेवर समेट कर बाहर निकल गए। सूचना पाकर पहुंची पुलिस सुरेंद्र को अस्पताल ले गई थी, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था।
वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि बदमाशों की गाड़ी सीसीटीव्ही कैमरे में कैद हो गई थी। गाड़ी के रजिस्ट्रेशन नंबर और कैमरों की फुटेज की मदद से छत्तीसगढ़ की पुलिस बदमाशों का पीछा करते हुए वाराणसी आई। छत्तीसगढ़ पुलिस के मदद मांगने पर कमिश्नरेट की टीम लगाई गई। स्मार्ट सिटी के इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) के कैमरों की मदद से बदमाशों की गाड़ी की तलाश शुरू की गई। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि अंधरापुल क्षेत्र में बदमाशों की गाड़ी ट्रैक हुई तो तलाश में लगी पुलिस टीम ने उसे घेर लिया। बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग का प्रयास किया लेकिन वह पकड़े गए। उनसे पूछताछ की प्रक्रिया पूरी कर उन्हें छत्तीसगढ़ की पुलिस को सौंप दिया जाएगा।
आरोपियों को तत्परता से गिरफ्तार करने पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने दी बधाई
प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने अमलेश्वर में हत्या और लूट की घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों को दुर्ग पुलिस द्वारा तत्परता से पकड्ने पर पुलिस को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि घटना के बाद हमें जो जानकारियों मिली थी उसी आधार पर पुलिस की टीम बनाकर हमने आरोपियों को पकडऩे के लिए निर्देशित किया और दुर्ग पुलिस उनका पीछा करते हुए इन आरोपियों को 48 घंटा में पकड़ लिया। हमने घटना के ही दिन कह दिया था कि आरोपियों के क्लू मिल गये है और आरोपी जल्द पकड़ लिये जायेंगे। मैं पुलिस को बधाई देता हूं।