
*बेमेतरा*– *एससीईआरटी रायपुर के निर्देशन में कल से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डाइट बेमेतरा में छत्तीसगढ़ी भाषा और संस्कृति का विकास विषय पर चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की आयोजन शुरु हो गया है। यह प्रशिक्षण दिनांक 26 सितम्बर से 29 सितम्बर तक किया जा रहा है। जिसमें बेमेतरा जिले के चारों विकासखंड के 60 शिक्षक/शिक्षिकाएं भाग ले रहे है। प्रथम दिवस में 50 प्रशिक्षणार्थियों ने इस प्रशिक्षण में उपस्थित रहे। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी थलज कुमार साहू व्याख्याता डाइट बेमेतरा ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ी की भाषा, बोली, लोक गीत, लोक कला, लोक चित्र कला, लोक नाट्य, लोक नृत्य, छत्तीसगढ़ की संस्कृति रहन सहन, वेश भूषा, पहनावा, गहना, छत्तीसगढ़ के खेल कूद, छत्तीसगढ़ के व्यंजन, चीला, ठेठरी, खुरमी, अयरसा, आदि के बारे में बड़े विस्तार से बताया गया। चार ग्रुप बनाकर लोक गीत, लोक कथा, लोक साहित्य, लोक कला के बारे में बहुत सुंदर प्रस्तुति की गई। प्रशिक्षक के रूप ईश्वर लाल साहू व्याख्याता, भुवन लाल साहू व्याख्याता, शांत कुमार पटेल शिक्षक, श्रीमती श्रद्धा शुक्ला शिक्षिका, अजीम प्रेम जी फाउंडेशन की ओर से जय प्रकाश, और डाइट बेमेतरा की व्याख्याता उषा किरण पाण्डेय मैडम ने बहुत ही सुंदर तरीके से इस पर प्रकाश डाला। प्रशिक्षण का समय सुबह 9.30 बजे से 5.30 बजे तक का है। इस कार्यक्रम के उदघाट्न सत्र में डाइट बेमेतरा के प्राचार्य हेमंत भुवाल ने मां सरस्वती की पूजा अर्चना के साथ किये। फिर डाइट के प्रथम वर्ष के छात्राध्यापिकाओं ने छत्तीसगढ़ की राज्य गीत अरपा पैरी के धार को संगीत के साथ गाकर कार्यक्रम का शुरुवात किये। डाइट बेमेतरा के प्राचार्य हेमंत भुवाल ने छत्तीसगढ़ी भाषा बोली और संस्कृति के विकास पर और उसकी उपयोगिता और उसकी महत्ता और उसे स्कूली बच्चों तक कैसे पहुंचाए इस पर अपने विचार व्यक्त किये। इस कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी थलज कुमार साहू ने भी पर प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्देश्य और इस कार्यक्रम की रुपरेखा पर विस्तार से जानकारी प्रदान। इस कार्यक्रम मे विशेष रूप इस जी एल खुटियारे सर, तुकाराम साहू सर, श्रीमती पूनम पाण्डेय उपस्थित रहे।*