अन्य पिछड़ा वर्ग सर्वेक्षण में पार्षदों की भी हो सहभागिता: पटेल जनप्रतिनिधियों की समस्याओं का किया समाधान
रिसाली। अन्य पिछड़ा वर्ग व आर्थिक रूप से कमजोर वर्गो के सर्वेक्षण में जनप्रतिनिधियों की सहभागिता अति आवश्यक है। उक्त बातें क्वांटिफिएबल डाटा आयोग के अध्यक्ष सी.एल. पटेल ने कही। वे बुधवार को रिसाली पहुंचे थे। उन्होंने सर्वेक्षण संबंधी जानकारी देने के बाद मैदानी स्तर पर आने वाली समस्याओं का निराकरण किया। नगर पालिक निगम रिसाली क्षेत्र के पार्षदों को कृष्णा टॉकिज रोड स्थित विजिया भवन में संबोधित करते आयोग के अध्यक्ष पूर्व न्यायाधीश सी.एल. पटेल ने कहा कि सर्वे के बाद परिवार के सद्स्यों का नाम ऑनलाइन करना अति महत्वपूर्ण कार्य है।
कर्मचारी इसे सावधानी पूर्वक करे। किसी भी प्रकार का सर्वे में व्यवधान आने पर वे जनप्रतिनिधि पार्षदगण का सहायोग ले। पार्षदगण वार्ड के प्रत्येक घर से वाकिफ होते हे। सहयोग से सर्वे कार्य बेहद आसान हो जाएगा। इसके पहले आयोग के सचिव बी.सी. साहू ने अब तक हुए सर्वे और सर्वे के दौरान होने वाली त्रुटियों को किस तरह दूर किया जाए इस बारे में जानकारी दी। कार्यशाला की शुरूआत महापौर शशि सिन्हा, सभापति केशव बंछोर व प्रभारी आयुक्त व कार्यपालन अभियंता सुशील कुमार बाबर ने अतिथियों का स्वागत कर किया।
30 मार्च तक करे सर्वे आयोग के सचिव बी.सी. साहू ने कहा कि वर्तमान सर्वेक्षण कार्य शासन के निर्देश पर 30 मार्च तक के लिए बढ़ा दिया है। उन्होंने रिसाली निगम क्षेत्र में बेहतर कार्य करने प्रोत्साहित किया। साथ ही पार्षदगणों को इस महत्वपूर्ण सर्वेक्षण कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने आव्हान किया।
दस्तावेज की आवश्यकता नहीं
ओबीसी सर्वेक्षण में आयोग ने स्पष्ट किया कि सर्वे के दौरान ओबीसी के लिए दस्तावेज सत्यापन की आवश्यकता नहीं है। राशनकार्ड या जाति प्रमाण पत्र के बिना जाति के लिए निर्धारित जारी प्रपत्र के आधार पर अन्य पिछड़ा वर्ग का सर्वे कार्य पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि साथ ही साथ ऑनलाइन का कार्य भी पूर्ण कराया जाए।