बिलासपुर

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।

बिलासपुर–कोटा इलाके में शहीद दिवस पर आज कोटा तहसील कार्यालय और रतनपुर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर 2 मिनट का मौन रखा गया। कोटा तहसील कार्यालय में तहसीलदार प्रांजल मिश्रा और रतनपुर तहसील कार्यालय में तहसीलदार राजेंद्र भारत सहित अन्य कर्मचारियों ने महात्मा गांधी के योगदान को याद किया। और उनके बताए सत्य अहिंसा के मार्ग पर चलने की अपील की गई।

गौरतलब है कि सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर भारत को आजादी दिलाने वाले प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों में एक नाम मोहनदास करमचंद गांधी का था। कोई उन्हें महात्मा तो कोई बापू के नाम से पुकारता है। देश के राष्ट्रपिता होने की उपाधि महात्मा गांधी को मिली है। राष्ट्रपिता यानी हर भारतीय के पिता, जिन्होंने सही राह पर चलकर अंग्रेजों से भारत को आजाद कराने की सीख दी। एक पिता की तरह लड़ाई झगड़े और खून खराबे से दूर रहने और अहिंसा के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। आजादी के कुछ महीनों बाद 30 जनवरी 1948 को महात्मा गांधी का निधन हो गया। उस शाम प्रार्थना के दौरान बिड़ला हाउस में गांधी स्मृति में नाथूराम गोडसे ने गांधीजी को गोली मार दी थी। ये दिन इतिहास में गांधीजी की पुण्यतिथि के तौर पर हमेशा के लिए दर्ज हो गया।

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