ग्राम कौही के आनंद मठ में श्रावण सोमवार के अवसर पर पहुंचे मुख्यमंत्री, भूपेश बघेल ने किये भगवान शिव के दर्शन
भगवान शिव की है दुनिया को ध्यान और योग की देन
दुर्ग। श्रावण सोमवार के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ग्राम कौही में स्थित आनंद मठ में भगवान शिव की पूजा अर्चना की। इस अवसर पर उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान शिव ध्यानस्थ रहते हैं। योग और ध्यान की देन उन्होंने दुनिया को दी। योग और ध्यान शारीरिक और मानसिक आरोग्य के लिए आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि शिव जी नृत्य एवं संगीत के भी जनक है। शिव जी लोक कल्याणकारी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे यहां अभी श्रावण सोमवार चल रहा है। फिर माताएं तीज का व्रत रखेंगी। फिर गणेशोत्सव होगा। फिर दुर्गा विराजित होंगी। इस सुंदर भक्तिमय वातावरण से बहुत उत्साह का माहौल बनता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि तीजा हमारी बहनों के लिए बहुत महत्वपूर्ण त्योहार हैं। इस दिन वे भोलेनाथ की आराधना करती है। यह इतना महत्वपूर्ण त्योहार है। इसे ध्यान में रखकर हमने इस दिन सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की। मुझसे माताएं-बहने मिलती हैं और कहती हैं कि आपने इस दिन अवकाश देकर बहुत अच्छा किया। मुझे भी बड़ी खुशी होती है कि बहनों को पूरा दिन अवकाश मिल पायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी छत्तीसगढ़ी संस्कृति को संजोना है। इस बार हम लोगों ने खूब उत्साह से हरेली मनाई। ठेठरी-खुरमी के साथ चीला के साथ गेड़ी चढक़र, यह हमारी संस्कृति है। इसे संरक्षित कर ही हम विकास के रास्ते पर आगे बढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश का बेहतर विकास तभी हो सकता है जब गाँवो का समग्र विकास हो। इसके लिए ही नरवा, गरुवा, घुरूवा, बाड़ी योजना लाई गई है। पशुधन का संवर्धन भी बहुत आवश्यक है। हमारे धार्मिक ग्रंथों में भी इसे पूण्य का काम माना गया है। गौठान के माध्यम से न केवल नस्ल संवर्धन होगा अपितु टीकाकरण आदि के कार्य भी बेहतर तरीके से हो सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि नालों के रिचार्ज के माध्यम से जल संरक्षण का काम होगा। इससे बेहतर खेती के लिए रास्ता तैयार होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्जमाफी तथा 2500 रुपये धान खरीदी के निर्णय से किसानों को काफी राहत मिली है। बिजली बिल हाफ किये जाने के निर्णय से प्रदेश के उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है।