क्या समाजसेवी, पत्रकारो, अधिवक्ताओं की टीम शिक्षा की गुणवत्ता में लाएगी कसावट

पहले भी शिक्षा गुड़वत्ता व बच्चो को सुपोषित करने लिया गया था बच्चो को गोद साबित हुई महज खाना पूर्ति
कोण्डागांव। जिला प्रशासन शिक्षा गुड़वत्ता पर कसावट लाने संयुक्त टीम गठन कर मॉनिटरिंग की बात कर रही है लेकिन, यह पहल आने वाले समय मे महज खाना पूर्ति ही साबित होने वाली है। क्योकि व्यवहारिक रूप में कोई भी दल में शामिल सदस्य कभी ऐसे अभियान में पूर्ण योगदान नही दे पाता, और कभी योगदान देता भी है तो महज खाना पूर्ति के लिए।
शिक्षा विशेषज्ञों से सजनी थीं टीम, शामिल करना था सेवा निवृत्त शिक्षकों को
जिले में सेवानिवृत्त शिक्षा विशेषज्ञों की कोई कमी नही है जीनकी सेवाएं जिला प्रशासन ले सकता था,व वे शिक्षकीय गुड़वत्ता सुधारने में बेहतर योगदान दे सकते थे।जिसके लिए इन्हें संकुल स्तर पर मॉनिटरिंग के लिए दायित्व सौंपा जा सकता था।
गुड़वत्ता सुधारने की आवश्यकता अंदरूनी क्षेत्रों में
जिले में कुल 1992 पाठ शालाये संचालित हो रही है जिनमे हाई स्कूल 64 हायर, सेकेंडरी 94 माध्यमिक शाला 607, प्राथमिक शाला 1227 है। वहीं अंदरूनी क्षेत्रो के स्कूलो में आज भी स्कूल भवन पेयजल व अन्य मूलभूत सुविधाओ से विद्यार्थी महरूम हैं, वैसी पहुंच विहीन जगहों पर जिला प्रशासन की नवगठित टीम बेहतर परिणाम के साथ काम कर पायेगा कहना मुश्किल है, जरूरत है संकुल स्तर पर टीम बना कर शिक्षा विशेषज्ञों को दायित्व सौपा जाए ।