माचिस के डिब्बे जैसे छोटे घरों में रहने को मजबूर हैं यहां के लोग, कीमत जानकर उड़ जाएंगे होश!People here are forced to live in small houses like matchboxes, knowing the price will blow their senses!
जैसे-जैसे दुनिया की आबादी बढ़ती जा रही है, वैसे लोगों के रहने के लिए जगह कम होती जा रही है. इस कारण लोगों की मूलभूत सुविधाएं भी पूरी नहीं हो पातीं. रहने की सबसे बड़ी समस्या बड़े शहरों में है. यहां नौकरी और बेहतर जिंदगी की संभावना तलाशकर आने वाले लोगों को जब रहने की मुश्किल होती है तो उन्हें मजबूरत ऐसी जगहों में रहना पड़ता है जहां किसी के लिए भी रहना नामुमकिन सा होता है. ऐसा ही हाल पिछले कुछ वक्त से हॉन्ग कॉन्ग के लोगों का हो रहा है जो नैनो फ्लैट्स (Nano Flats in Hong Kong) में रहने को मजबूर हैं.
जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है, नैनो फ्लैट्स साइज (Nano Flats Size) में बेहद छोटे मकान हैं. ये आमतौर पर एक ही कमरे के होते हैं और इनके अंदर की स्पसे इतनी कम है कि रहना तो दूर इसमें चल पाना भी मुश्किल होता है. इन नैनो फ्लैट्स का स्पेस भी किसी कार की पार्किंग स्पेस जितना ही बड़ा होता है. मगर इन फ्लैट्स की कीमत भी हॉन्ग कॉन्ग में आसमान छूती है.
हॉन्ग कॉन्ग के घरों के दाम 187 फीसदी तक बढ़े
हॉन्ग कॉन्ग में 8,500 के करीब नैनो फ्लैट्स बने हैं. एक ही कमरे में बाथरूम, किचेन, बिस्तर, अलमारी ऐसे घुसाई गई है जैसे माचिस के डिब्बे में तिलियां एक के ऊपर एक घुसी रहती हैं. हॉन्ग कॉन्ग दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है, इस कारण से यहां रहने की समस्या लगातार बढ़ रही है. रिपोर्ट्स की मानें तो साल 2010 से 2019 के बीच घरों के दामों में 187 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. अब शहर में एक आम घर 9 करोड़ रुपये के आसपास मिलता है. इस वजह से माइक्रो फ्लैट्स (Micro Flats in Hong Kong) काफी डिमांड में हैं जो आम घरों की तुलना में उनके आधे दाम के हैं.
करोड़ों में है फ्लैट की कीमत
ये घर 128 स्क्वायर फीट की छोटी सी जगह पर बने हुए हैं. इनमें से कई घरों की कीमत 2 करोड़ से 7 करोड़ रुपये तक भी है. आपको बता दें कि हॉन्ग कॉन्ग की बढ़ती आबादी के कारण यहां का रियल एस्टेट बिजनेस काफी आमदनी वाला हो चुका है. ऐसे में भले ही इन फ्लैट्स की कीमत करोड़ों में है मगर दूसरे ज्यादा कमरों के फ्लैट्स से तुलना की जाए तो इनकी कीमत काफी कम है.