केंद्र के लिए चिंता का विषय बना कम वैक्सीनेशन, 11 करोड़ ने नहीं लगवाई दूसरी डोज, पीएम मोदी करेंगे बैठक Less vaccination became a matter of concern for the Center, 11 crores did not get the second dose, PM Modi will meet
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नई दिल्ली: कोरोना महामारी (Corona Pandemic) से जंग जीतने के लिए देश में व्यापक स्तर पर वैक्सीनेशन (Vaccination) किया जा रहा है. शनिवार शाम तक देश में 106 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोविड वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है. देश ने तेजी से 100 करोड़ वैक्सीनेशन (100 crore vaccinations) के आंकड़े को पार कर लिया लेकिन अब केंद्र के सामने वैक्सीनेशन (Covid-19 Vaccination) को लेकर एक नई समस्या सामने आ गई है. देश में जिस रफ्तार से वैक्सीन की पहली खुराक लगाई गई वैक्सीन की दूसरी खुराक (Second Dose) में वह रफ्तार कहीं गायब से हो गई. वैक्सीन की दूसरी खुराक में कई राज्यों की रफ्तार कुंद हो गई है जबकि कई लोग दूसरी डोज के लिए नहीं पहुंचे हैं. अब इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) तीन नवंबर को कई राज्यों के जिलाधिकारियों से बात करने वाले हैंदरअसल देश में वैक्सीनेशन की पहली खुराक को काम तेजी से हुआ लेकिन दूसरी खुराक देने की रफ्तार काफी कम है. ऐसे ग्यारह राज्य है जहां वैक्सीनेशन का काम प्रभावित हुआ है. इस बीच वैक्सीनेशन पर चर्चा के लिए तीन नवंबर को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 3 नवंबर को बैठक बुलाई गई है जिसमें इन ग्यारह राज्यों के टीकाकरण पर चर्चा की जाएगी. यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल होंगे. बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के साथ 11 राज्यों के मुख्यमंत्री और करीब 40 जिलों के जिलाधिकारी भी भाग लेंगे. पीएम मोदी इन सभी 11 राज्यों के मुख्यमंत्रियों से और जिलाधिकारियों से बात करेंगे.बता दें कि हाल ही में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने देशभर में टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक की थी. इस बैठक का मुख्य एजेंडा यह था कि नवंबर खत्म होने से पहले देश भर में वैक्सीनेशन की पहली खुराक को 100 प्रतिशत तक पूर्ण कर लिया जाए. इसके लिए केंद्र सरकार अब 2 नवंबर से घर घर टीकाकरण अभियान भी शुरू करने जा रही है. पीएम मोदी इस अभियान को आधिकारिक रूप से हरी झण्डी दिखाएंगे.
दरअसल केंद्र को यह मालूम चला है कि करीब 11 करोड़ ऐसे लोग है जिन्होंने वैक्सीन की पहली डोज तो ली लेकिन वह दूसरी खुराक लेने नहीं पहुंचे. 11 करोड़ की यह संख्या कुल मिलाकर 17 राज्यों की आबादी है. उत्तर प्रदेश में 1.6 करोड़ लोग दूसरी खुराक के लिए नहीं पहुंचे. इनमें से 50,000 से अधिक ऐसे लोग हैं जिन्होंने चार सप्ताह से अधिक का समय पार कर लिया जो कि पहली और दूसरी खुराक के बीच निर्धारित अंतराल से अधिक है.
मध्य प्रदेश में 1.10 करोड़ से अधिक लोगों ने वैक्सीन की दूसरी खुराक नहीं लगवाई है. राजस्थान में 86 लोगों ने कोविड की दूसरी डोज नहीं ली. महाराष्ट्र में ऐसे लोगों की संख्या 76 लाख है जिन्होंने वैक्सीन की पहली डोज ली लेकिन उन्होंने दूसरी डोज नहीं लगवाई. बिहार में 72 लाख और तमिलनाडु में 60 लाख से अधिक लोगों ने वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं ली है. कर्नाटक में 51 लाख से अधिक, गुजरात में 42 लाख, छत्तीसगढ़ में 39.95 लाख, तेलंगाना में 36.6 लाख, बंगाल में 36.16 लाख, झारखंड में 33.8 लाख, ओडिशा में 33 लाख, हरियाणा में 27 लाख, पंजाब में 26.4 लाख, केरल में लगभग 25 लाख और असम 21 लाख से अधिक ने पहली खुराक के बाद दूसरी डोज नहीं लगवाई हैएक रिपोर्ट के मुताबिक 17 राज्यों के 49 ऐसे जिले हैं जहां वैक्सीनेशन की पहली खुराक का काम ही अभी 50 प्रतिशत भी नहीं पहुंचा है. अब केंद्र की तरफ से तीन नवंबर को होने वाली बैठक में इन राज्यों के वैक्सीनेशन हालात पर विस्तार से चर्चा होने की उम्मीद है. बैठक में पीएम मोदी मुख्यमंत्रियों और जिलाधिकारियों से बात करेंगे. बैठक का मुख्य एजेंडा वैक्सीनेशन की रफ्तार को बढ़ाना और आगामी टीकाकरण के लिए एक सटीक रणनीति तैयार करना है.