भूअर्जन शाखा में अंगद के पाँव की तरह जमा था चंद्रवंशी बाबू ,जांजगीर एसडीएम ऑफिस में करता था बाबूगिरी का काम, भूअर्जन शाखा में 20 से 25 सालों से कर रहा था राज,
जांजगीर चाम्पा – जांजगीर के एसडीएम दफ्तर में 20 से 25 सालों से विनोद चंद्रवंशी अंगद की तरह जमा हुआ था , आपको बता दे कि भूअर्जन शाखा में काफी लम्बे समय तक विनोद चंद्रवंशी काम कर रहा था, ,इनसे कई पक्षकर व काम के लिए ग्रामीण पहुचते थे उनसे दुर्व्यवहार भी करते थे, दुर्व्यवहार व लम्बे समय से इनकी लिखित व मौखिक शिकायत भी पूर्व में उच्चाधिकारियों को किया गया था , ये हमेशा चर्चा में रहते थे ,वही कई बार विनोद चंद्रवंशी के ऊपर कामकाज को लेकर कई सवाल भी उठने लगे थे ,सूत्रों की माने तो ये हर काम में कमीशन लेने का रोल भी बड़े ही अच्छे से निभाते थे,विभाग के अधिकारी के कान में जब इस बात की जानकारी पहुंची तब संज्ञान में लेकर वापस हसदेव परियोजना में भेज दिया गया,आपको बता दे कि 20 से 25 साल पहले विनोद चंद्रवंशी हसदेव परियोजना में पदस्थ थे, वही अधिकारियों के द्वारा उन्हें भूअर्जन शाखा में 20 से 25 साल पहले उनको काम करने के लिए रखा गया था, 20 से 25 साल बीत जाने के बाद अनेकों बार शिकायत हुआ,तब जाकर आखिरकार अधिकारी ने विनोद चंद्रवंशी को वापस हसदेव परियोजना में भेज दिया गया, उसके बावजूद भी चंद्रवंशी बाबू एसडीएम भूअर्जन शाखा में आए दिन पहुँचते ही रहते हैं, क्योकि भूअर्जन शाखा में रहने की उनको लथ लग चुकी हैं,क्योकि भूअर्जन एक ऐसा विभाग हैं जहाँ से मनचाहे मलाई जमाओं और मनचाहे मलाई खाओ की परंपरा चली आ रही हैं,अब देखना यह होगा कि विनोद चंद्रवंशी हसदेव परियोजना में दिखते हैं या भूअर्जन शाखा में,