विश्व हिन्दू संगठन ने सी बी आई स्तर या एन आई ए स्तर पर जांच की मांग की – एडवोकेट सत्यम शिवम सुंदरम
छत्तीसगढ़ कबीरधाम सबका संदेश
विषय : दिनाँक 03.10.2021 को दोपहर लगभग 2:00 बजे के आसपास हिन्दू समाज के व्यक्ति दुर्गेश देवांगन पर विधर्मियों द्वारा जानलेवा हमला, मारपीट किये जाने, भगवा ध्वज को अपमानित किये जाने और उक्त घटना के बाद थाने में मुसलिम समाज के सैकड़ों लोगों द्वारा थाना कवर्धा का घेराव करने और हिन्दू समाज के व्यक्तियों पर पत्थरबाजी करने के संबंध में न्यायिक जाँच हेतु।
ज्ञातव्य हो कि, दिनाँक 03.10.2021 को हिन्दू समाज के व्यक्ति दुर्गेश देवांगन द्वारा लोहारा नाका चौक कवर्धा पर नवरात्रि के पूर्व तैयारी के परिपेक्ष्य में करमा माता के मंदिर के पास भगवा ध्वज फहराने नया भगवा ध्वज परंपरा अनुरूप लगाया जा रहा था। उक्त ध्वज लगाने के उपरांत दुर्गेश देवांगन अपने घर चला गया था। तत्पश्चात् कवर्धा थाने के थानेदार मुकेश सोम द्वारा उसे फोन करके लोहारा नाका चौक कवर्धा में बुलवाया गया और बार-बार फोन लगाकर बुलवाया जा रहा था। चूँकि उस समय बारिश हो रही थी इसलिए दुर्गेश देवांगन को उक्त स्थल पर पहुँचने में थोड़ा विलंब हो गया। जब वह स्थल पर पहुँचा तो थानेदार और तहसीलदार स्थल पर मौजूद थे और साथ में पुलिस विभाग के पुलिस जवान भी मौजूद थे और बड़ी संख्या में मुसलिम समाज के लोग मौजूद थे तब उक्त थानेदार मुकेश सोम ने हिन्दू समाज के व्यक्ति दुर्गेश देवांगन को कहा कि तुम इस चौक से अपना भगवा ध्वज उतार दो तब दुर्गेश देवांगन ने कहा कि, परंपरा अनुरूप यहाँ पर ध्वज लगता है तब थानेदार ने कहा कि यह शासकीय खंभा है यहाँ पर मत लगाओ तो दुर्गेश देवांगन ने कहा कि, यदि मेरा ध्वज नहीं रहेगा तो मुसलिम समाज का ध्वज भी यहाँ पर नहीं रहेगा और मुसलिम समाज के लोग लिखकर दें कि वे अपना ध्वज यहाँ पर नहीं लगायेंगे तो मैं भी लिखकर देने तैयार हूँ तब दुर्गेश देवांगन कागज और पेन लाने के लिए घर जा रहा था उसी दौरान दुर्गेश देवांगन के कुछ परिचित हिन्दू समाज के व्यक्ति ने दुर्गेश देवांगन को जय श्रीराम से संबोधित किया तो प्रतिउत्तर में दुर्गेश देवांगन ने जय श्रीराम का उदघोष किया जिससे वहाँ पर मौजूद मुसलिम समाज के लोग अत्यंत चिढ़ गये और कुद्ध हो गये और हिन्दू समाज के व्यक्ति दुर्गेश देवांगन पर जानलेवा हमला लगभग 50 से 60 मुसलिम समाज के व्यक्तियों ने शुरू कर दिया और मारपीट के दौरान हिन्दू समाज के व्यक्ति दुर्गेश देवांगन पर धारदार हथियार चाकू आदि से भी हमला किया गया। लकड़ी और मटके से भी मारा गया और तराजू बाट से भी मारा गया, जान से मारने का पूरा प्रयास किया गया जिसमें हिन्दू समाज के व्यक्ति दुर्गेश देवांगन बाल बाल बचा है। उक्त घटना का विडियो क्लिप भी बना है। ऐसी स्थिति में पुलिस विभाग ने कुछ देर बाद हिन्दू समाज के व्यक्ति दुर्गेश देवांगन का डॉक्टरी मुलाहिजा करने थाने ले गये तो एक तो चोरी उपर से सीनाजोरी और उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की तर्ज पर मुसलिम समाज के सैकड़ों व्यक्ति थाना कवर्धा को जाकर घेर दिये और जोर-जोर से नारा ए तकबीर, अल्ला हु अकबर चिल्लाने लगे और कुछ देर बाद हिन्दू समाज के लोगों पर पथराव शुरू कर दिया। जिससे कई हिन्दू समाज के लोग घायल हो गये और कईयों को चोट लगते लगते बचा है। परिणामतः हिन्दू समाज के कुछ जागरूक लोगों ने हिन्दू समाज के लोगों को सुरक्षित तरीके से थाने से और थाने के आसपास से बाहर निकल जाने कहा क्योंकि घटना स्थल पर हिन्दू समाज की संख्या बहुत कम थी और मुसलिम समाज के लोग सैंकड़ों की संख्या में थाने को धीरे धीरे घेर रहे थे। जिससे हिन्दू समाज के लोगों के साथ कुछ भी अनिष्ट हो सकता था। उनकी जान भी जा सकती थी।
देखते ही देखते समय निकलता गया और हिन्दू समाज के लोगों ने महसूस किया कि पुलिस विभाग उन्हें संरक्षण नहीं दे रही है। बल्कि हिन्दू समाज के व्यक्ति दुर्गेश देवांगन के आरोपियों पर अभी तक एफ.आई.आर. भी नहीं हुआ है, ऐसी स्थिति में हिन्दू समाज के लोग अपने आत्मरक्षा को ध्यान में रख जब प्रतिक्रिया की मुद्रा में आये जो कि बिलकुल स्वाभाविक था तो उल्टे हिन्दू समाज पर जिला प्रशासन द्वारा लाठी चार्ज शुरू कर दिया गया और उक्त कृत्य का माफी माँगने से भी परहेज करते रहे।
वास्तव में घटना जो 03.10.2021 को घटी उसमें थानेदार कवर्धा की विधिक और नैतिक जिम्मेदारी थी कि उन्हें कोई पूछताछ ही करना था तो वे दोनों पक्ष को थाने में बुलवाते और सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम करते जिससे सुरक्षित और शांतिप्रिय तरीके से कानून व्यवस्था सुनिश्चित होती लेकिन ऐसा न कर थानेदार कवर्धा ने बीच चौंक पर जहाँ पहले से मुसलिम समाज के लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे सुनियोजित तरीके से मुसलिम समाज को संरक्षण देते हुए एकतरफा कार्यवाही करते हुए और मुसलिम समाज और कवर्धा के विधायक और मंत्री मो. अकबर के दबाव में हिन्दू समाज के व्यक्ति दुर्गेश देवांगन को एक असुरक्षित आतावरण में बुलवाया गया और मुसलिम समाज को अप्रत्यक्ष संरक्षण देते हुए दुर्गेश देवांगन को अधमरा होने तक पीटवाया गया। जब घटना की विडियोग्राफी होने लगी तो पुलिस विभाग अपने आप को ऐसा दिखा रहा था जैसे वह दुर्गेश देवांगन को मारपीट से बचा रहा है।
उक्त सारी परिस्थितियों के बारे में जब परिस्थितियां बहुत प्रतिकूल हो गयी तो हिन्दू समाज और विश्व हिन्दू परिषद के प्रतिनिधि मंडल ने घटना दिनाँक को ही रात्रि 9:00 बजे के आसपास थाना कवर्धा में आई.जी. विवेकानंद सिन्हा से मुलाकात कर थानेदार की लापरवाही और अवैधानिकता के बारे में बताया और परिस्थितियां क्यों बिगड़ी इस पर विस्तार से चर्चा कर तत्काल हिन्दू समाज के व्यक्ति दुर्गेश देवांगन के आरोपियों पर एफ.आई.आर. दर्ज करने, कवर्धा में आये हुए बाहरी मुसलिमों की जाँच कर उनका राशनकार्ड रद्द करने, थाने परिसर में हुए पथराव और दुर्गेश देवांगन के साथ किये गये हमले और मारपीट की न्यायिक जाँच की माँग किया। साथ ही जिला प्रशासन से और आई.जी. से हिन्दू समाज के व्यक्तियों पर लाठीचार्ज के विरूद्ध माफी माँगने का निवेदन किया पर केवल एफ.आई.आर. दर्ज बहुत मुश्किल से किया गया बाकि सभी माँगे अभी भी लंबित हैं। उल्टे हिन्दू समाज पर भारी संख्या में गिरफ्तारी और एफ.आई. आर किया जा रहा है। जो कि सर्वथा अनुचित है।
हिन्दू समाज ने शांति प्रियता और सौहार्द्र का परिचय प्रारंभ से ही दिया है। 05.10.2021 को भी हिन्दू समाज चक्का जाम और नगरबंद के आवाहन की पूर्व सूचना जिला प्रशासन को दे चुका था। लेकिन पुलिस विभाग से लेकर प्रशासन हिन्दू समाज की छवि को धुमिल करने में लगा हुआ है और बार बार इलेक्ट्रानिक मिडिया में और प्रिंट मिडिया में ऐसा वातावरण बनाने का प्रयास किया जा रहा है कि हिन्दू समाज एकतरफा रूप से दोषी है जो कि सर्वथा अनुचित है और पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन पर सत्ता पक्ष के दबाव को स्पष्ट करता है। सत्ता पक्ष का दबाव होने के बाद भी व्यक्ति को कानूनी मर्यादा नहीं भूलना चाहिए लेकिन ऐसा लगता है कि जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन सत्ता पक्ष के इतने दबाव में है कि कानूनी मर्यादाओं को भूलकर एकतरफा कार्यवाही कर रहा है।
शांति समिति की बैठक भी पक्षपातपूर्ण तरीके से ली जा रही है उसमें हिन्दू समाज के महत्वपूर्ण अनुशांगिक संगठनों को अवसर ही नहीं दिया जा रहा जबकि कायदे से विश्व हिन्दू परिषद, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को भी शांति समिति में प्रतिनिधित्व का अवसर मिलना था तो स्थितियां और भी जल्दी नियंत्रित हो सकती थी। नवरात्रि के पावन पर्व पर हिन्दू समाज के लोग निर्विघ्न रूप से भगवती की आराधना करने और देवी मंदिरों में दर्शनार्थ जाने सक्षम नहीं हो पा रहे हैं क्योंकि प्रशासन कर्फ्यू लगा दिया है। कर्फ्यू में थोड़ी ढील अवश्य दी गई है पर इसे पूर्णतः खोल देना चाहिए।
वास्तव में घटना की जहाँ से शुरूवात होती है वह स्थल लोहारानाका चौक कवर्धा जहाँ पर भक्त माता कर्मा का मंदिर है स्वाभाविक है। उक्त मंदिर के आसपास भगवा ध्वज ही रहेगा। कोई इस्लामी झण्डा नहीं रहेगा। किसी भी हिन्दू ने मस्जिद, मदरसे और मजार जैसे इस्लामी विचारधारा वाले धार्मिक स्थलों पर भगवा ध्वज नहीं लगाया पर उक्त लोहारा नाका चौंक में स्थित माता कर्मा के मंदिर के ठीक बगल में इस्लामी झण्डा लगा दिया गया जिस पर हिन्दू समाज पूर्णतः शांति और सौहार्द का परिचय दिया और कोई विरोध नहीं किया लेकिन यह स्वाभाविक है कि, नगर में हर धार्मिक पर्व में प्रत्येक चौंक चौराहे पर धार्मिक वातावरण और प्रसन्नता के भाव से हिन्दू समाज के लोग भगवा ध्वज लगाते हैं जिस पर अपना वर्चस्व दिखाने के उद्देश्य से कुछ विधर्मियों द्वारा जिस प्रकार से शहर का माहौल बिगाड़ा गया और पुलिस प्रशासन द्वारा एकतरफा कार्यवाही किया गया जो लगातार जारी है इसकी सर्व हिन्दू समाज एवं विश्व हिन्दू परिषद द्वारा कड़ी निंदा की जाती है और हिन्दू समाज के व्यक्ति दुर्गेश देवांगन पर हुए जानलेवा हमले और थाने में हुए पथराव और कवर्धा में मौजूद हजारों की संख्या में बाहरी मुसलिमों की जाँच कर उनका राशनकार्ड रद्द किया जावे, यह माँग किया जाता है और उक्त माँग के परिपेक्ष्य में ही न्यायिक जाँच की मांग भी की जाती है। विश्व हिन्दू परिषद और सर्व हिन्दू समाज जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन द्वारा निर्दोष हिन्दुओं पर लाठी चार्ज की भी कड़ी निंदा करता है और सभी प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मिडिया के महानुभावों से निवेदन करता है कि सारी रिपोर्टिंग तथ्यपरक ढंग से ही करें। चूँकि पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन द्वारा सत्ता पक्ष के दबाव में और मुसलिम समाज के दबाव में मिडिया तक गलत और अस्पष्ट जानकारी पहुँचा कर हिन्दू समाज को बदनाम करने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है।
बार बार 05.10.2021 की घटना की निंदा तथाकथित रूप से की जा रही है पर किसी भी हिन्दू समाज के व्यक्ति ने किसी भी गैरहिन्दू पर जानलेवा हमला किया हो ऐसा एक भी सबूत पुलिस विभाग के पास नहीं है। पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन दिनाँक 03.10.2021 को मूकदर्शक बनकर बैठा था और मुसलिम समाज के व्यक्तियों को अप्रत्यक्ष संरक्षण दे रहा था। जिससे हिन्दू समाज के पास अंतिम विकल्प के रूप में अपने आत्म रक्षार्थ प्रतिक्रिया देना ही विकल्प बचा था। उसके बाद भी हिन्दू समाज ने इतने गंभीर स्थिति के दौरान भी पूर्ण संयम का परिचय दिया है। मिडिया में हिन्दू समाज को बदनाम करने कुछ लोग कई तरह की गलत खबरे भी चला रहे हैं। जैसे हरा झण्डा गिरने वाला विडियो जबकि उक्त घटना बहुत बाद की है जब भगवा झण्डे को कंलकित किया गया, हिन्दू समाज के व्यक्ति पर हमला और मारपीट किया गया और कवर्धा थाने में थाने के सामने हिन्दू समाज के व्यक्तियों पर मुसलिम समाज द्वारा पथराव किया गया क्या हिन्दू समाज को अपने आत्म रक्षार्थ प्रतिक्रिया देने का अधिकार भी नहीं है ? यदि जिला एवं पुलिस प्रशासन ने सही कार्यवाही किया होता तो ऐसी नौबत नहीं आती। कलेक्टर पर तत्काल कार्यवाही होना चाहिए एवं वर्तमान एस.पी. एवं कवर्धा टी.आई. पर तत्काल पुलिस रेगुलेशन एक्ट के तहत कार्यवाही कर पदच्युत कर दिया जाना चाहिए।
दिनांक 05.10.2021को सोसियल मिडिया पर एक विडियो वायरल है जिसमें तलवार लहराते हुए मुसलिम समाज के कुछ युवक नजर आ रहे हैं और हिन्दू समाज के लोगों पर हमला कर रहे हैं और पुलिस उन पर कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। बल्कि गैर हिन्दुओं को संरक्षण दे रही है। जबकि ऐसे खुले आम तलवार लहराने वालों पर कानूनी कार्यवाही होना चाहिए। उसी दिनांक को सैकड़ों हिन्दुओं पर पुलिस ने लाठी डण्डा बरसाया किसी का सर फूटा, किसी का हाथ टूटा और सैकड़ों की संख्या में हिन्दू समाज के लोग घायल हुए उस समय भी हिन्दू समाज की संख्या स्थल पर मौजूद पुलिस बल से बहुत अधिक थी पर हिन्दू समाज ने पूर्णतः संयम और सौहार्द का परिचय दिया। उसके बाद भी लगातार जिस प्रकार हिन्दू समाज के विरूद्ध नये नये प्रकरण दर्ज हो रहे हैं और गिरफ्तारियां हो रही हैं यह अनुचित है और तत्काल ठोस कार्यवाही होना चाहिए। जिसके आधार पर हिन्दू समाज के विरूद्ध समस्त अभियोजन वापस लिया जाना चाहिए। और तलवार खुले आम सड़क पर भांजने वालों और हिन्दू समाज को आतंकित करने वालों पर कार्यवाही होना चाहिए।
विश्व हिन्दू परिषद एवं सर्व हिन्दू समाज उपरोक्त माँग करता है। कार्यवाही न होने पर सी.बी.आई. स्तर के जाँच और एन.आई.ए. स्तर के जाँच हेतु सत्ता पक्ष पर दबाव बनाने और आवश्यकता पड़ने पर रीट याचिका सहित सक्षम न्यायिक कार्यवाही करने पर भी विश्व हिन्दू परिषद और सर्व हिन्दू समाज विचार कर रहा है ।
द्वारा
विश्व हिन्दू परिषद एवं सर्व हिन्दू समाज जिला कबीरधाम छ.ग.
सत्यम शिवम सुंदरम शुक्ला
अधिकृत एडवोकेट विश्व हिन्दू परिषद जिला कबीरधाम छत्तीसगढ़ सेदिनाँक 09 10 2021