स्वास्थ्य/ शिक्षा

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के लिए कांटेक्ट लेस होकर तैयार कर रहे फोकस पेपर

 

 

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के 1 वर्ष बीत चुके हैं अब उसे राज्य की धरातल पर लाने के लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान परिषद रायपुर के द्वारा राज्य पाठ्यचर्या निर्माण का काम किया जा रहा है। इसके लिए कुल 25 फोकस पेपर के माध्यम से राज्य के नोडल अधिकारी प्रशिक्षण संस्थान, स्कूल और शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने वाले शिक्षाविदों के माध्यम से कांटेक्टलेस होकर पाठ्यचर्या निर्माण के कार्य किए जा रहे हैं।

इसी कड़ी में एससीईआरटी रायपुर के पर्यावरण शिक्षा और मूल्य शिक्षा के राज्य नोडल अधिकारी केके शुक्ला के मार्गदर्शन में दो फोकस पेपर निर्माण हेतु वेबीनार के माध्यम से राज्य समूह के सदस्य जुड़ कर अपना योगदान दे रहे हैं।

 

*प्रत्येक रविवार को वेबीनार में शामिल होते हैं समूह के सदस्य*

राज्य समूह के सदस्य प्रत्येक रविवार को वेबीनार के माध्यम से जुड़कर अपना प्रस्तुतीकरण देते हैं। इस दौरान फोकस समूह के सदस्य बच्चे शिक्षक समुदाय और क्षेत्र के संबंध में जानकारी को साझा करते हैं। समीक्षा सत्र में नोडल अधिकारी द्वारा मिले मार्गदर्शन के आधार पर आगे की रणनीति तैयार की जाती है।

पाठ्यचर्या निर्माण हेतु राज्य फोकस समूह के सदस्यों को वर्चुअल प्रशिक्षण भी दिया गया है। जिसमें उन्हें राष्ट्रीय शिक्षा नीतियों और पूर्व के राष्ट्रीय पाठ्यचर्या का अध्ययन कराते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन के लिए आगामी 20 से 30 वर्ष को ध्यान में रख कर होने वाले बदलाव, आवश्यकता और चुनौतियों के आधार पर राज्य में शिक्षा व्यवस्था की दिशा और तरीकों पर काम किया जा रहा है।

राज्य फोकस समूह के सदस्य सरिता गुप्ता व्याख्याता नवागढ़, डॉ मंजीत बल पर्यावरणविद रायपुर, प्रीति जैन व्याख्याता दुर्ग, पुष्पा सिंह डाइट अंबिकापुर, राधा वर्मा व्याख्याता नवागढ़, विकेश कुमार यादव व्याख्याता बेमेतरा, मंजू साहू शिक्षिका मटका, डॉ पूनम बिचपुरीया, किंगसुक साह एनजीओ हेल्प एज इंडिया, मिताली तालुकदार केजीबीवी, परविंदर कौर गिल व्याख्याता धमतरी, राजेंद्र कुमार टांडिया सहायक शिक्षक बेमेतरा और सत्यदेव गंधर्व शिक्षक साजा वेबीनार के माध्यम से पाठ्यचर्या निर्माण कार्यशाला में शामिल हो कर फोकस पेपर तैयार कर रहे है।

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