संस्कृति भवन की सीलिंग टूटी, दुल्हन के कमरे में भरा बारिश का पानी, बारात छोड़ साफ करने में जुटे घरवाले
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सबका संदेश न्यूज़ छत्तीसगढ़ बिलासपुर- रेलवे प्रशासन की लापरवाही की वजह से महिला रेल कर्मचारी का शादी समारोह अस्त व्यस्त हो गया। बारिश के चलते रेलवे के संस्कृति भवन की सीलिंग टूट गई और पानी दुल्हन के कमरे में भर गया। इस दौरान बारात भी आ गई। ऐसे में परिवाल वाले बारात छोड़कर दुल्हन के कमरे की सफाई करने में जुटे रहे। रेलवे ने करीब 34 साल पहले इस संस्कृति भवन को छोटे कर्मचारियों के यहां होने वाले मांगलिक कार्यों के लिए बनवाया था।
34 साल में छत पर लगी एसबेस्टस की शीट कभी बदली नहीं गई
कर्मचारियों के यहां मांगलिक या अन्य तरह के समारोह के लिए रेलवे ने वर्ष 1985 में रेल संस्कृति निकेतन का निर्माण कराया था। इसका उद्घाटन तत्कालीन रेल मंत्री माधवराव सिंधिया ने किया था। 34 साल की अवधि में इस भवन का रेनोवेशन हुआ लेकिन इसकी छत पर लगे एसबेस्टस शीट को नहीं बदला गया। अंदर की तरफ से फाल्स सीलिंग है तो यह ऐब नजर नहीं आता है। रविवार को शादी की तैयारी चल रही थी।
बारात आने वाली थी। बारिश होने लगी। मेजबान और मेहमान सभी बेफिक्र थे कि सारा कार्यक्रम हाल के अंदर हो जाएगा। बारिश शुरू हुई तो कुछ देर में ही फाल्स सीलिंग गीली होकर टपकने लगी। उसका एक हिस्सा टूटकर नीचे गिरा। पूरा हाल पानी-पानी हो गया। बारात पहुंची तो बारातियों का स्वागत छोड़ हाल से पानी निकालने में जुटे रहे। जिस कक्ष में दुल्हन को रखा गया था। वहां भी पानी भर गया था।
श्रमिक यूनियन ने अफसरों से भवन जीर्णोद्धार करने मांग की
दक्षिण के सहायक महामंत्री सी नवीन कुमार ने बताया कि सोमवार को श्रमिक यूनियन के अन्य पदाधिकारी उनके साथ डीआरएम सहित अन्य अधिकारियों से मिले और भवन का जीर्णोद्धार करने, स्वचालित जनरेटर लगाने, बुकिंग दिवस पर 24 घंटे सफाई कर्मचारी रखने की मांग रखी ताकि समारोह के दौरान उन्हें इस तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने रेल कर्मचारियों के लिए अलग से एक और सांस्कृतिक भवन का निर्माण कराने की मांग भी रखी।
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