छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

छमुमो आज पॉवर हाउस में पुलिस गोली कांड के शहीदों को देगी श्रद्धांजलि

भिलाई। छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा समन्वय समिति के संयुक्त तत्वाधान में 1 जुलाई को पुलिस गोलीकांड में शहीद हुए कामरेड साथियों को श्रद्धांजलि दिया जाएगा। मोर्चा ने पत्रकारवार्ता लेकर कार्यक्रम एवं शासन से अपनी मांग की जानकारी दी। पत्रकारवार्ता में भीमराव वागड़े, बंशीलाल साहू, सुखलाल साहू, जनकलाल ठाकुर, कलादास डहरिया, लखन साह, एजी कुरैशी, तुलसी देवदास, पुनाराम साहू सहित छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के सदस्यगण उपस्थित थे। 1 जुलाई 1992 के दिन पुलिस गोलीकांड में 17 मजदूर शहीद हुए थे जिसमें से शहीद के परिवार जिसमें धीरपाल ठाकुर एवं रामयज्ञ चौहान है जिन्हें शासन से आज तक अनुकम्पा नियुक्ति नहीं मिल पाई है। उन्होंने मांग रखी है कि इन दोनों परिवार के सदस्यों को शीघ्र सरकार अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान करें।

ज्ञात हो कि जुलाई 1992 के रोज श्रमिक अपनी जायज मांगों के लिए आंदोलन कर रहे थे, जिला प्रशासन द्वारा उद्योगपतियों से चर्चा कर मांगो का निराकरण करने बजाय पुलिस गोली चालन किया गया उसमें 17 मजदूर शहीद हुए थे, उनका शहीद दिवस छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा समन्वय समिति द्वारा आयोजित है, जिसमें मोर्चा के सभी संगठनों के लोग शामिल होंगे। इसके लिए नंदिनी मार्ग के शहीद शंकर गुहा नियोग चौक में सुबह 10 बजे से एकत्रित होंगे। करीब 11 बजे के बाद नियोगी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के पश्चात रैली प्रारंभ होगी, जो छावनी चौक से पावर हाऊस होकर सेक्टर 1, के बचत स्तंभ चौक में सभा स्थल में पहुंचेंगे। वहां से शहीद परिवारों को लेकर रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म नं01 गोली कांड घटना स्थल पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के पश्चात सभा स्थल पहुंचकर सभा करेंगे।

सभा को छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के सभी संगठनों के प्रतिनिधियों के अलावा छत्तीसगढ़ के अनेक जन संगठनों के प्रतिनिधियों के अलावा छत्तीसगढ़ के अनेक जन संगठनों के तथा दीगर प्रांत के प्रतिनिधि भी संबोधित करेंगे। झारखंड, उड़ीसा, मध्यप्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र से शामिल होंगे।

छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा ने कहा कि कामरेड शहीद शंकर गुहा नियोगी के नेतृत्व में जो संघर्ष छेड़ा गया था वह आज भी जारी है। जेके लक्ष्मी सीमेंट अहिवारा कंपनी द्वारा करीब 850 किसानों को यह बोलकर जमीन लिया गया कि कंपनी में नौकरी मिलेगी या नौकरी के बदले वेतन दिया जाएगा। 2013 से वेतन दिया जा रहा था उसमें से 350 किसानों को भुगतान बंद किया गया, इस संबंध में जिला कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री तक भेंट कर चुके है, किन्तु कंपनी द्वारा टाल मटोल किया जा रहा है, बल्कि कंपनी में 1500 श्रमिकों में से 200 स्थानीय श्रमिक कार्यरत है,इसलिए शहीद दिवस के पश्चात किसानों को लेकर आंदोलन करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भीमा कोरेगांव की घटना को लेकर महाराष्ट्र की पुना पुलिस ने अधिवक्ता सुधा भारद्वाज सहित अनेक लेखक कवि मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को फर्जी मामला बनाकर गिरफ्तार किया हैए उसकी हम निंदा करते हैए तथा उन सभी को निरूशर्त रिहाई की मांग करते है।

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