खोखरा के युवा समाज सेवी संदीप देवांगन रक्त दान करने कर रहे युवाओ को प्रेरित
संसार का सबसे बडा दान रक्त दान को माना गया है किसी को मृत्यु से खींचकर जीवन देना यदि कलियुग मे किसी के हाथ मे है तो वह रक्त दान करने वाला व्यक्ति महिला या पुरूष ही हो सकता है जो जीवन दान पाने वाले व्यक्ति विशेष के लिए किसी भगवान से कम नही है उक्त कथन खोखरा के युवा समाज सेवी संदीप देवांगन उर्फ पिंकू का है जिसने अपने जन्म दिवस के ठीक दो दिन पहले रायपुर एम्स मे अपने एक दोस्त की बहन के इलाज के लिए अपना रक्त दान किया है संदीप देवांगन ने बताया की यह लगातार इस सत्र मे उनका 14वां रक्तदान है संदीप का मानना है की युवा यदि रक्त दान करने का संकल्प ले तो कइ प्रकार के असमय व रक्त अल्पता से होने वाले रोगो से कइ लोगो की जिन्दगी को बचाया जा सकता है खोखरा गांव के युवाओ से रक्त दान व समाज हित मे काम करने की अपील करते हुए संदीप कहते है की युवा ही समाज सुधारक के रूप मे आगे आकर यदि कार्य करता है तो पूरा युवा वर्ग व समाज भी उसके साथ कदम से कदम मिलाकर चलने लगता है टीसीएल कालेज के मेघावी छात्र संदीप देवांगन सहपाठियो व कालेज के छात्रो के लिए भी सदैव मदद व सहयोग के लिए तत्पर रहते है संदीप के पिता ग्यानचंद देवांगन प्रधान पाठक के पद पर मुरलीडीह कंजी मे पदस्थ है उनका कहना है की बचपन से ही संदीप मे समाज हित मे कार्य करने को लेकर उत्सुकता रही है जो आगे भी बढता गया और हम सब परिवार जन भी इसके समाज उपयोगी कार्यो के लिए इसको प्रेरित करते रहते है