सफाई मित्रों के लिए सुरक्षा पहले पायदान पर सफाई के दौरान मलासुर के हमले से बचने सुरक्षा के लिये उपकरण को किया अनिवार्य
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रिसाली/ सीवर एवं सेप्टिक टेंक की सफाई करने वालों की सुरक्षा को पहले पायदान पर रखा है। सुरक्षा उपरकरण का प्रयोग और मेनुअल की जगह मशीन से सफाई करने रिसाली नगर पालिक निगम के 35 कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया गया है। आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वे ने स्पष्ट निर्देश दिए है कि बिना सुरक्षा उपकरण के कार्य कराने वाले नागरिकों पर निगम जुर्माना भी लगा सकती है। राज्य शहरी विकास अभिकरण के निर्देश पर रिसाली नगर पालिक निगम के ऐसे 35 कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है कि जो सीवर व सेप्टिक टैंक की सफाई करते है। ऐसे कर्मचारियों को सफाई के दौरान अब पीपी कीट पहनना आवश्यक किया गया है। दरअसल सीवर व टैंक सफाई के दौरान स्वच्छता मित्र सीधे कीटाणू के संपर्क में आते है। इससे चर्म रोग, कुष्ट रोग, शरीर के आंतरिक अंगों में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। जिला समन्वयक टी.कश्यप ने बताया कि कई बार सफाई मित्र ही गंभीर रोग के संवाहक बन जाते है। इसलिए शासन अब सफाई मित्र पर विशेष फोकस कर रही है। शासन ने स्पष्ट आदेश जारी किया है कि वे घरों का सेप्टिक टैंक हर तीन साल में सफाई कराए। नही तो मलासुर से हैजा, टायफाइयड, दस्त, पीलिया और चर्म रोग जैसे बीमारी घर में पाॅव पसार सकते है। लंबे समय तक सेप्टिक टैंक की सफाई नही होने से पानी में भी कीटाणू प्रवेश कर सकते है।घर के सेप्टिक टैंक की सफाई कराने के लिए टोल फ्री नं.-1100 पर काॅल कर सकते है। वही असुरक्षित तरीके से सफाई होते देख आप स्वयं 14420 में काॅल कर शिकायत कर सकते है। शिकायत पर शासन त्वरित कार्यवाही करेंगी। जिम्मेदारों पर जुर्माना वसूल करेगी।रिसाली नगर पालिक निगम के सफाई मित्र लोगों को जागरूक कराने के लिए अभियान चला रहे है। घरों तक पहुंचकर मलासुर से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में बता रहे है। प्रचार-प्रसार के लिए पाम्पलेट व पुस्तिका दी जा रही है