कुशल नेतृत्व व सही मार्गदर्शन की बदौलत दुर्ग जिला कोरोना को मात देने में सफल

दुर्ग / कोरोना की भयावह स्थिति अप्रेल माह में पुरे छत्तीसगढ़ बनी थी वही दुर्ग जिला चरम सीमा पर पहुँच गया था जिसके कारण लोग डरे एवम सहमे हुए थे, ऐसे में छत्तीसगढ़ सरकार ने भयावह स्थिति को देखते हुए, कलेक्टर को सारे अधिकार और फैसला लेने के निर्देश दिए , जिसके मद्देनजर दुर्ग कलेक्टर श्री भूरे ने अविलंब लाकडाऊन लगा कर शहर को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, उसके बाद विधायक अरुण वोरा व महापौर धीरज बाकलीवाल ने जिला प्रशासन से हाथ से हाथ मिलाते हुवे रोज शहर में घुम घुम कर स्थिति का जायजा लिया एवम शहरवासियों को कोरोना मुक्त करने में किया गया प्रयास काबिले तारीफ़ है, निगम आयुक्त श्री मांडवी ने भी अपनी चौकसी दिखाते हुए कई अहम फैसले लिए, समाज सेवा में जुटे सभी सदस्यों ने शहर की स्थिति को देखते हुए कई क्षेत्रों में अपना योगदान देकर मानवीयता का धर्म निभाया । लाकडाऊन में जनता ने भी भरपूर सहयोग दिया । जिसका नतीजा है कि आज दुर्ग जिले से कोरोना के संक्रमण का भय दूर हुआ है,
समाज सेविका नविता शर्मा ने दुर्ग की जनता से अपील की है अभी खतरा टला नहीं है, इसलिए सावधानी बरते, लाकडाऊन खुलने का नाजायज फायदा न उठाए क्योकि हम शहर की भयावह स्थिति को भलीभांति देख चुके हैं, श्रीमति शर्मा ने कहा कि अस्पताल, डाक्टर, नर्स, पुलिस वालों व अन्य महामारी में लगे अधिकारी कर्मचारीयो के ऊपर भी वर्क लोड बढ़ गया था । नविता शर्मा ने शहरवासीयो से निवेदन किया है कि मास्क पहनकर घर से बाहर निकले व सोशल डिसटेसिग का पालन करें । बिना वजह भीड़ की स्थिति उत्पन्न ना करे और भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचे !