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मानवता की मिशाल पेश कर रहें है छत्तीसगढ़ के अनिल एम पी भोपाल में Presenting the example of humanity in Anil MP Bhopal of Chhattisgarh *

*मानवता की मिशाल पेश कर रहें है छत्तीसगढ़ के अनिल एम पी भोपाल में*

जैसे कि आपको और हम सबको पता है कि अभी सम्पूर्ण प्रदेश कोरोना जैसी वैश्विक महामारी की समस्या से जूझ रहे है,, सम्पूर्ण प्रदेश कोरोना कि चपेट में आ गया है।। ऐसे हालात में हमारे देश के अलग अलग हिस्से से लोग अपने अपने स्तर पर सहयोग और सेवा दे रहें है । ऐसा ही कुछ कवर्धा जिला अंतर्गत ग्राम नेऊरगाव कला के युवक अनिल/ श्रीमान रिखीराम चंद्रवंशी के सुपुत्र वर्तमान समय में भोपाल के पीपुल्स कोविड़ अस्पताल में बीते दो महीने से निःशुल्क सेवा देते आ रहे है। अनिल पैरामेडिकल विद्यार्थी है और वर्तमान में अभी लैब टेक्नीशियन के पद पर निः शुल्क सेवा दे रहें है। उनसे बात करने के दौरान हमे इस बात की जानकारी मिली कि पीपुल्स अस्पताल में ऐसे बहुत से मरीज आते थे जो मन से हार मान लिए थे , और सैंपल कलेक्शन करवाने से डरते और घबराते थें। ऐसे हालात में अनिल मरीजों का हौसला बढ़ाने और उनके मन के डर को खत्म करने के विविध प्रकार के कहानियां और उदाहरण उनके समझ प्रस्तुत करते थे।। अनिल ने हिरण और बाघ की कहानी के माध्यम से समाज और देश के लिए कोरोना को लेकर कुछ संदेश दिए है जो इस प्रकार हैं:- जैसे कि आपको और हमको पता है कि हिरण के दौड़ने की गति 90 किमी. प्रति घंटा है और बाघ की 60 किमी प्रति घंटा फिर भी हिरण बाघ की शिकार हो जाती है। क्यों?? क्योंकि हिरण के मन में भय रहता है और दौड़ने के दौरान वह बार बार पीछे पलटकर देखता है जिससे उनकी गति और मनोबल कम हो जाता है,, और वह बाघ का शिकार हो जाती है,, यही सच कोरोना का है, कोरोना से नहीं हमे अपने मन के डर से जितना है ।। जो मन के डर से जीत लिया वहीं विश्वविजेता कहलाता है।। देश और समाज कल्याण में आप भी अपना योगदान अवश्य दें इतिहास में पहली बार घर बैठकर देशभक्त बनने का सुनहरा अवसर आया है, उम्मीद करता हूं कि इस मौके को आप अपने हाथ से नहीं जाने देंगे घर पर रहकर देशहित में अपना योगदान दें। आप बिल्कुल भी इस बात को नहीं भूले की भले ही आप पूरे दुनिया के लिए एक व्यक्ति है,, लेकिन अपने परिवार के लिए आप पूरी दुनिया है।। घर पर रहें, सुरक्षित रहें ,आशा और विश्वास के साथ कह रहें है कि फिर से मुस्कुराएगा हमारा भारत।
अंत में यही कहूंगा कि जब भी मेरे जिलावासियों को सेवा देने का मौका मिलेगा मै हमेशा अग्रसर और तत्पर रहूंगा।

अनिल चंद्रवंशी/श्रीमान रिखीराम चन्द्रवंशी कबीरधाम

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