त्रिवेंद्र रावत की तस्वीर बनी बाधा, होम आइसोलेशन के मरीजों को नहीं मिल रही कोरोना किट Trivendra Rawat’s picture is a hindrance, patients of home isolation are not getting corona kit
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून (Dehradun) में कोरोना से हाहाकार मचा हुआ है. उत्तराखंड में वर्तमान में 27 हजार कोविड पेशेंट (corona patient) एक्टिव हैं. इनमें से करीब 10 हजार पेशेंट अकेले राजधानी देहरादून में मौजूद हैं. इनमें से भी अधिकांश पेशेंट होम आइसोलेशन (Home isolation) में हैं. होम आइसोलेशन में रहनेवाले इन पेशेंट को दवाओं का डिब्बा दिया जाता है. फिलहाल इस डब्बे के रैपर पर पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की तस्वीर छपी है. सीएमओ कार्यालय इन डिब्बों की तस्वीरों पर स्टीकर लगाने का काम कर रहा है.
पूर्व मुख्यमंत्री की तस्वीर पर चिपकाया जा रहा स्टीकर
उत्तराखंड सरकार दावा करती है कि होम आइसोलेशन में रह रहे प्रत्येक पेशेंट को घर पर ही कोविड-19 की किट उपलब्ध कराई जा रही है. लेकिन हकीकत यह है कि किट पेशेंट तक नहीं पहुंच रही है. उसका एक ही कारण है कि अभी रैपर बदले नहीं गए हैं. इस किट में पेशेंट के लिए आवश्यक एडवाइजरी, दवाइयां और ऑक्सीमीटर मौजूद होते हैं. ताकि पेशेंट घर पर ही अपने स्वास्थ्य की नार्मल जानकारी हासिल कर सके, प्रॉपर दवाएं ले सके और जरूरत पड़ने पर संबंधित एजेंसियों से संपर्क कर सके.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं लगी हैं काम में
लेकिन सीएमओ डिपार्टमेंट से चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आई हैं. सीएमओ ऑफिस में इन दिनों पूर्वा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के फोटो लगे लाखों की संख्या में मौजूद रैपर पर स्टिकर चिपकाए जा रहे हैं. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को इस काम में झोंका गया है. इस फोटो के चलते होम आइसोलेशन में रह रहे पेशेंट पर एक-एक दिन भारी गुजर रहा है. किट उपलब्ध न होने के कारण लोग इधर-उधर भटक रहे हैं.