नवरात्रि पर सण्डी के सिद्धिमाता मंदिर में नही लगेगा भक्तों का जमावड़ा, हिन्दू नववर्ष भी कोरोना के प्रभाव में
गौतम साहू/ मुदस्सर मोहम्मद
*बेमेतरा:-* ज़िला क्षेत्र में कोविड-19 संक्रमण एवं ज़िलाव्यापी लॉकडाउन के कारण इस बार चैत्र नवरात्र के पावन अवसर पर काफी असर हो रहा है।लिहाजा ज़िला क्षेत्र में किसी तरह के धार्मिक व सामुहिक कार्यक्रम आयोजित नही हो पाएंगे।जबकि इसी के साथ बेमेतरा ज़िले सण्डी में विराजमान सिद्धि माता के मन्दिर में पूर्व कई वर्षों की भांति रौनक एवं भक्तों की चहल-पहल नही रहेगी।चूंकि गौरतलब हो कि आज से हिन्दू नववर्ष का आगमन हो रहा है।जिसके उपलक्ष्य में क्षेत्र के सभी मंदिरों में सजावट कर ज्योत-ज्वारा व कलश रखे जाने की परंपरा है।हिन्दू नया साल के आगमन पर युवाओं द्वारा हर्षोल्लास के साथ जुलूस व रैली निकाली जाती है।वही हिन्दू नववर्ष पश्चात से नौवे दिन ज्योति-कलश का धूमधाम से विसर्जन किया जाता है।जिसका सबसे अच्छा नज़ारा ज़िले के सण्डी में हर साल देखने को मिलता रहा है,जिसमे कभी सर्वाधिक संख्या ज्योत-ज्वारा की बुवाई की जाती रही है,तो कभी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नाम कलश मन्दिर परिसर में रखी जाती है।जो क्षेत्र के लिए कौतूहल व चर्चे का विषय बनता रहा है।जो इस बार कोरोना इफेक्ट के चलते खासा प्रभावित हो रहा है।ज्ञात हो कि ज़िले का यह बहु लोकप्रिय सिद्धि माता का मन्दिर कोदवा से करीब आठ-दस किलोमीटर की दूरी पर विराजमान है, जहां वर्तमान में(नवरात्र के पूर्व से) ही मन्दिर द्वार पर ही बकायदा प्रशासनिक दिशा-निर्देश लिखकर भीड़-भाड़ व अवाजाही को पाबन्दी लगा दी गयी है।जानकारों के मुताबिक सिर्फ मन्दिर से जुड़े स्थानीय लोग ही पावन अवसर पर पूजा अर्चना व देखरेख करेंगे।कोरोना महामारी व उसे नियंत्रित करने लगाए गए लॉकडाउन के चलते सिद्धि मन्दिर नवरात्र पर भक्तों के बिना बेरौनक नज़र आ रही है।इसके अलावा ज़िला क्षेत्र के प्रसिद्ध देवी मंदिरों में भी पर्व की रौनक नही दिखेगी।