छत्तीसगढ़ भोजपुरी परिषद का व्यंजन कार्यक्रम सम्पन्न, बतौर मुख्य अतिथि विधायक देवेंद्र यादव और दुर्ग रेंज आईजी विवेकानंद सिन्हा हुए शामिल
भिलाई / छत्तीसगढ़ भोजपुरी परिषद द्वारा शनिवार को सुप्रसिद्ध व्यंजन लिट्टी-चोखा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम बतौर अतिथि दुर्ग रेंज आईजी विवेकानंद सिन्हा तथा भिलाई विधायक देवेंद्र यादव शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों एवं परिषद के पदाधिकारियों द्वारा माँ सरस्वती के तैलय चित्र पर माल्यार्पण पर किया गया। ततपश्चात अतिथियों का फूल मालाओं से स्वागत किया गया। छत्तीसगढ़ भोजपुरी परिषद के अध्यक्ष प्रभुनाथ बैठा ने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए परिषद द्वारा किये जा रहे कार्यो की जानकारी देते हुए कहा कि छग भोजपुरी परिषद विगत कई दिनों से यह प्रयास कर रही थी कि समाज के सभी लोगो को एक साथ कैसे किया जाए, हम संगठित कैसे हो क्योंकि संगठन में ही ताकत है। हम शिक्षा, सामाजिक सहित हर क्षेत्र में अग्रणी है और सबका सहयोग करते आ रहे है। हमारे समाज को जोड़ने का काम स्व.रामइकबाल मिश्रा के कारण ही यह सम्भव हो पाया है। हमारे मेहनतकश लोगो के कारण हम सब गौरवान्वित हो रहे है। आज धर्मवाद से देश और जातिवाद से समाज को नुकसान हो रहा है। हमारे सामाजिक लोग किसी न किसी पार्टी से जुड़े हुए है,सामाजिक कार्यक्रम करना बहुत ही कठिन काम होता है। छग भोजपुरी परिषद द्वारा चैता, होली मिलन, कुश्ती, राम कथा सहित अनेकों कार्यक्रम करवाये गए। हमारे भिलाई विधायक देवेंद्र यादव के प्रयासों से छत्तीसगढ़ सरकार ने हमारे महापर्व छठ पूजा पर शासकीय अवकाश की घोषणा हुई,यह सब एक बड़े परिवार के कारण ही सम्भव हो पाया है। गुरु गोविंद सिंह, गौतम बुद्ध, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, बीर कुंवर सिंह सहित कई महान व्यक्ति यूपी-बिहार से ही है यह हमारे लिए गर्व की बात है। छग भोजपुरी परिषद के युवा विंग का भी गठन किया गया है और उन्हें कहा गया है कि आप लोग ऐसा कोई भी काम ना करे जिससे भोजपुरी समाज की बदनामी हो। भिलाई नगर विधायक ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम सभी का सामाजिक योगदान इतना है कि हमसे हजारों लोग जुड़े हुए है, हमने मुख्यमंत्री जी के सामने अपना विचार प्रकट किया और उन्होंने हमारी मांग पूरी की। मुख्यमंत्री जी ने हर समाज के लिए काम किया। रायपुर भोजपुरी समाज के लिए शासकीय भूमि दिया, कुम्हारी के तालाब जहां छठ होता उसे भव्य बनवा रहे है, उससे समझ आता है कि उन्हें हमारे समाज से कितना सहानभूति है। कोरोना काल के पूर्व छत्तीसगढ़ भोजपुरी परिषद ने सबसे बड़ा कार्यक्रम पिछले 8 फरवरी को करवाया था यह कार्यक्रम हम सबके योगदान से ही इतना बड़ा कार्यक्रम का आयोजन भिलाई में हो पाया जिसमे पूरे छग से 40 हजार लोग शामिल हुए,इतना बड़ा आयोजन आज तक भिलाई में कभी नही हुआ। हमारी एकता आज समाज को भी प्रेरित करती है, कोविड में भी समाज ने सबके लिए कार्य किया। श्री यादव ने कहा कि हमारे शिक्षाविद छग भोजपुरी परिषद से है जो यहां के लोगो को रोजगार दे रहे है। हम छत्तीसगढ़ के बढ़ोतरी के लिए अपना योगदान हमेशा देते रहेंगे। राजनीति लोगो को सामाजिक कार्यो में हस्तक्षेप नही करना चाहिए, जब हम यह कार्यक्रम कर रहे है तो हमारे साथ मिलकर कार्य करे हमे बदनाम न करे, इसे राजनीति की ओर न ले जाये।भोजपुरी परिषद ने पिछली सरकार को और सरकार के लोगो को पूरा सम्मान दिया। मैं सर्व समाज के ऋण को कैसे चुका सकता हु, आप लोगो ने इतने कम समय मे इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी, उसको मैं कैसे भूल सकता हु। 28 साल की उम्र में विधानसभा भेज दिया, यह सब आपने दिया। भोजपुरी समाज के लिए मुख्यमंत्री जी ने जो जमीन देने की घोषणा की थी, वो जमीन चिन्हांकित हो चुकी है, कुरूद में वह जमीन शासन से एलॉट हो रही है। इसके लिए मुख्यमंत्री जी का दिल से आभार प्रकट करता हु। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज विवेकानंद सिन्हा ने कहा कि छत्तीसगढ़ भोजपुरी परिषद का शुक्रिया मुझे मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करने के लिए। सामाजिक बैठकों में राजनीतिक चर्चा भी हो जाती है इसलिए मैं यहां आने से संकोच किया, पर भोजपुरी परिषद ने जोर दिया तब मैं आया क्योंकि मैं एक शासकीय हु इसलिए कार्यक्रमो से दूर रहता हूं। भिलाई विधायक ने मैंने जो भी इनसे काम को लेकर मांग की उनका सबमें सहयोग मिला। इनके और यहां के सभी जनप्रतिनिधियों के सहयोग से छत्तीसगढ़ का एक मात्र पुलिस प्रोफ़ार्मेस सेंटर का उद्घाटन 12 जनवरी को मुख्यमंत्री जी द्वारा फर्स्ट बटालियन, भिलाई में हुआ है। जब तक आप परोपकार का काम नही करेंगे तो समाज का काम नही करेंगे इसलिए परोपकार करते रहिए। सभी सामाजिक संगठनों को सिक्ख समाज से प्रेरणा लेना चाहिए। सिक्ख समाज का सदस्य पूरे भारत सहित विश्व मे भी कभी सड़क किनारे काम करते नही मिलेंगे क्योंकि उस समाज के सक्षम लोग अपने समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्तियो की मदद करके उन्हें प्रतिष्ठित व्यक्ति बनाने में सहयोग करता है। समाज सहित सर्व समाज के हित के लिए कार्य करे। समाज मे जो भी अच्छे काम होते है उसमें महिलाओं का भी विशेष योगदान रहता है, मेरी सोच है कि महिलाओं को भी शामिल किए ताकि दोगुनी ताकत से समाजहित में काम हो सके। मैं एक सुझाव भी देना चाहता हु की एक-दूसरे समाज के साथ मिलकर भी काम करे ताकि लोगो मे संकुचित भावना ना रहे, भाई चारा बढ़े, मेलमिलाप बढ़े। इस सामाजिक कार्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं, परोपकार का काम निरन्तर होते रहना चाहिए, सभी लोगो को समाज को कुछ ना कुछ देना चाहिए ताकि सबका भला हो सके। छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा छठ घाट बिलासपुर में है, जगदलपुर में भी बड़ा संगठन काम कर रहा है। राजनीतिक विचारधारा के कारण आपस मे मतभेद नही होना चाहिए तभी आप सामजिक संगठन का विस्तार कर पाएंगे। छत्तीसगढ़ भोजपुरी परिषद के संरक्षक संजय ओझा ने कहा कि परिषद ने बैठकों में यह निर्णय लिया था कि 51 गरीब कन्याओं का निःशुक्ल विवाह का आयोजन करवाएंगे लेकिन कोरोना के कारण यह आयोजन नही हो पाया। सभी के सहयोग से इस कार्यक्रम का आयोजन करेंगे। इस पर अब विचार कर कार्यक्रम को आगे बढ़ाएंगे। किसी भी जाति की गरीब कन्या होगी उनका विवाह भी परिषद के सहयोग से करवाएंगे। कार्यक्रम में पहुंचे एमएम त्रिपाठी, संतोष राय ने भी उपस्थित जनों को संबोधित किया। कार्यक्रम पश्चात अतिथियों और उपस्थित जनों ने प्रसिद्ध व्यंजन लिट्टी-चोखा का आनंद लिया। कार्यक्रम में पाटलिपुत्र सेवा समिति चरोदा के अध्यक्ष नितेश सिंह तथा रायगढ़ से पहुंचे संजय सिंह का सम्मान परिषद द्वारा गया किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से निशिकांत शर्मा, सुभाष साव, सुभाष शर्मा, मृत्युंजय भगत, मनोज सिंह, सीता सिंह, रमेश भगत, आरएन यादव, एल्डरमैन अरविंद राय, प्रेमप्रकाश मिश्रा, बिनोद सिंह, श्रीकांत पहलवान, भगवान पहलवान, मोतीलाल बैठा, योगेंद्र पाठक, राजकुमार सिंह, सुमित बैठा, पीयूष सिंह, राकेश शर्मा, रितेश तिवारी, अरविंद शर्मा सहित बड़ी संख्या में भोजपुरी समाज के लोग उपस्थित थे। छग भोजपुरी परिषद द्वारा आये हुए अतिथियों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।