छत्तीसगढ़ कलाकृति जगार मेला में यूपी टेराकोटा देखने योग्य,: UP Terracotta viewable at Chhattisgarh artwork, Jagar Mela
कश्मीरी कस्मिना शॉल और अन्य सामान उपलब्ध
भिलाई। छत्तीसगढ़ कलाकृति जगार मेला में यूपी टेराकोटा देखने योग्य रहा है। जहां भागलपुर की शिल्प चंदेरी साड़ी छापा खुर्चा, खुरजा बुलंद शहर उत्तर प्रदेश सिलोजा पोल्ट्री की चीनी मिट्टी के गमले व पोर्ट 120 से लेकर 25 सौ रूपये तक के गमले उपलब्ध है। कल्याणी महिला सहायता समूह के महाराष्ट्र के रागी पापड़, बाजरा पापड़, लहसून पालक एवं गेहूं का मिक्चर, चिप्स उपलब्ध है। शमशेर आलम द्वारा फाईव रोज नाम से बनाये गये ब्रांड के बैग, हैण्ड बैग एवं सुंदर थैले उपब्ध है। सहारनपुर राउट आयरन के साथ सिशम की लकड़ी पर नक्कासी, सीतापुर की हाथ से बनी दरी। बंगाल के वस्त्र और कशीदाकारी ज्वेलरी हस्त निर्मित लकड़ी काटकर बनाए हुए चाबी के छल्ले, कश्मीरी कस्मिना शॉल और अन्य सामान उपलब्ध हैं।
जागृति महिला समिति अध्यक्ष रेहाना परवीन ने बताया की मेले में प्रतिदिन सांध्य को सांस्कृतिक आयोजन होते रहेंगे। मेला लगातार चार वर्षों से दुर्ग में इसी स्थान पर किया जा रहा है । जिसमें शीतला माता मंदिर व कमेटी का सहयोग है। जागृति महिला समिति द्वारा आयोजित कलाकृति जगार मेला का आयोजन 1 फरवरी से 25 फरवरी तक समृद्धि बाजार के समीप बारह ज्योतिलिंग एवं शीतला मंदिर प्रांगण में चल रहा है। मेला के संयोजक सुजाअत अली और रेहाना परवीन ने बताया कि इस बार जगार मेला में बनारस का वस्त्र भागलपुर का शिल्प पंजाब की फुलकारी मेरठ की खादी भदोही का कारपेट, नागालैंड का ड्राई फ्लावर्स, लखनऊ की चिकनकारी, सहारनपुर का क्राफ्ट। शिल्प, राजस्थान एवं पटियाला की जूती, सीतापुर की दरियां हाथ से बुनी बंगाल की कसीदाकारी कृत वस्त्र, विशेषकर काश्मीर की पसमीना शॉल एवं ड्रेस मटेरियल, छत्तीसगढ़ का ढोकरा शिल्प विशाल रेंज उपलब्ध है ।