छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

डरे और सहमे हैं मुख्यमंत्री के पड़ोस के लोग

काले साये के खौफ से उड़ गई है चरोदा बस्ती के लोगों की रातों की नींद

भिलाई। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई तीन निवास से लगे चरोदा बस्ती के लोग इन दिनों खूब डरे और सहमे हैं। उसकी वजह है एक काला साया जिसके कारण लोगों के रातों की नींद उड़ गई है। चरोदा बस्ती में सिलसिलेवार पांच मौत हो जाने के कारण लोगों के दिमाग में ऐसा अंधविश्वास घर कर गया है कि लोग बीमार व्यक्ति को अस्पताल लेजाने के बजाय सीधे ओझा, बैगा के पास झाड़ फूंक के लिए ले जाने लगे है। यहां के लोग शाम होते ही अपने अपने घरों में दुबकने लगे है। काला साया बोलकर बात करना तो दूर इस बारे में सोचना भी नही चाहते और बाहर का कोई व्यक्ति इस बारे में बात करना चाहे तो यहां के लोग सीधे कहते हैं कि वो सब सुन रहा है, हम बोलेंगे तो सबसे पहले हमें निशाना बनायेगा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार ये सिलसिला पिछले डेढ माह से चल रहा है। लोगों के मन में डर और अंधविश्वास उस समय घर गया जब एक डेढ माह पूर्व भिलाई तीन चरोदा निगम के वार्ड 20 में रहने वाले ओर बस्ती में देवी जसगीत गाने वाले अधेड की मौत हो गई थी। बताया जाता है कि रातदिन जसगीत गाने वाले अधेड व्यक्ति की अचानक तबियत खराब हो गई,उसके पेट में दर्द होने लगा और उसका एक सप्ताह उपचार चलने की बात मौत हो गई, उसके बाद लोगों को लगने लगा कि बस्ती में कोई काला साया है। इसके बाद कि सी की भी तबियत खराब होती है तो लोग सीधे झाड फूंक के लिए बैगा के पास ले जाते है, उनका कहना है कि यदि अस्पताल डायरेक्ट ले गये तो उस व्यक्ति का मरना तय है।

वार्ड 20 के लोगों से चर्चा करने पर बिना नाम बताये कुछ लोगों ने बताया कि घरो के बाहर कोई रात के अंधेरे में दो नारियल रखकर चला जाता है लेकिन आज तक कोई यह नही देखा कि नारियल कौन रखकर जाता है। जिसके घर के सामने नारियल रखा मिलता है, उसके यहां के लोगों का होश उड़ जाता है कि अगली बारी उसके घर की है। लोग जादू टोना मानकर उस नारियल को दूसरे के हाथ से उस नारियल को बस्ती के बारह फेंकवाया जाता है।

नही होता है कोई काला साया, बस लोगों है ये वहम-  दिनेश मिश्रा

अंधश्रद्धा निर्मुलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्रा का इस मामले में कहना है किा यह लोगों का भ्रम है, कोई काला साया नही होता है,  विज्ञान ऐसे किसी काले साये को नही मानता है। हर किसी के मौत का कारण अलग अलग होता है। उसे काले साये के कारण मौत से जोडकर नही देखा जाना चाहिए। छग के कई जगहों पर जादू टोना, काले साये की बात प्रचलित है। अंधश्रद्ध उन्मूलन समिति की टीम उन जगहों पर जब जांच पडताल की तो कारण कुछ और ही निकला है। लोग सीसीटीवी का सहारा लेकर नारियल रखने वाले को पकड़ सकते हैं।

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