
बेमेतरा:बेमेतरा जिला के साजा विकास खण्ड में एक और सनसनीखेज मामला का उजागर हुआ है जिसमे एक दंपति द्वारा पिछले तेरह वर्षो से फर्जी अनुभव प्रमाणपत्र के सहारे नौकरी करना प्रशासनिक अमले के कार्यप्रणाली पर बहुत बड़ा सवालिया निशान खड़ा कर रहा है आखिर जांच के बाद भी ये दंपति कार्यवाही से कैसे बचे यह भी अपने आप मे जांच का विषय है,
भुनेश्वर शुक्ला और संगीता शुक्ला की नियुक्ति सन 2007 में जनपद पंचायत नवागढ़ से शिक्षाकर्मी वर्ग 03 में हुई थी कूटरचित अनुभव प्रमाणपत्र में 12 अंक और खेलकूद प्रमाणपत्र में 4.5 अंक का लाभ लेकर अंक विभाजन वरीयता सूची में स्थान बनाने में सफल रहा जो इनके नियुक्ति का कारण बना,अनुभव प्रमाणपत्र के सत्यता की जानकारी आर टी आई के माध्यम से ली गई तो जनभागीदारी समिति द्वारा सन 2002 से 2006 तक नियुक्त किये गए शिक्षकों की सूची में उक्त दंपति का नाम ही नही है साथ ही खेल प्रमाणपत्र भी संदिग्ध नजर आ रहा है ,सन 2008 में जनपद पंचायत नवागढ़ में 2007 भर्ती की जांच हुई थी तो कई शिक्षाकर्मियों को बर्खास्त किया गया था तब इस दंपति पर कार्यवाही नही होना जांच अधिकारियों के कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान खड़ा कर रहा है
**उक्त दंपति का ट्रांसफर भी गलत**
सन 2009 में उक्त दंपति का ट्रांसफर भी ट्रांसफर नीति के विपरीत हुवा है दोनो पति पत्नी जब एक ही विकासखण्ड में कार्यरत थे तो दोनो का ट्रांसफर पति पत्नी प्रकरण में एक साथ कैसे हुवा साजा और नवागढ़ जनपद पंचायत ने किस आधार पर इन्हें अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किया निश्चित ही दोनो जनपद में अधिकारी कर्मचारी ने इन्हें अवैधानिक तरीके से लाभ पहुचाया कूटरचित अभिलेखों के आधार पर ही फर्जी नियुक्ति में कार्यवाही से बचाने के लिए भी इन्हें ट्रांसफर लाभ दिया गया वर्तमान में भुनेश्वर शुक्ला प्राथमिक शाला गभराडीह वि ख साजा और संगीता शुक्ला प्राथमिक शाला रुसे वि ख साजा संकुल केंद्र गाड़ाडीह के अंतर्गत कार्यरत है
**कई थानों में शुक्ला के विरुद्ध 420 का मामला दर्ज**
बेरोजगारों से मोटी रकम लेकर कूटरचित दस्तावेजो के सहारे नौकरी लगाने के आरोप में छत्तीसगढ़ के कई थानों में भुनेश्वर शुक्ला के विरुध्द धोखाधड़ी जैसे आपराधिक मामला दर्ज है जिनका विभिन्न न्यायालय में प्रकरण चल रहा है जनमानस में चल रही चर्चा के अनुसार भुनेश्वर शुक्ला को धोखाधड़ी कर नौकरी लगाने के मामले में अंतरराज्यीय सरगनाओं का सदस्य भी कहा जाता है जब से शुक्ला नवागढ़ से साजा आया है जनपद और बीइओ ऑफिस के सरंक्षण में लगातार विभिन्न स्कूलों में मनमर्जी ट्रांसफर कराता रहा है
शिक्षा विभाग की सूत्रों की माने तो अपने आपको उच्च स्तर के राजनीतिक और आधिकारियो के नजदीकी होने का रुतबा दिखाकर शिक्षा विभाग में मनमाने ढंग से अपने और औरों के लिए कई अनैतिक काम कराता रहा है, बेमेतरा जिला भर्ती वर्ष 2007 में भी भुनेश्वर शुक्ला काफी सुर्खियों में रहा है साजा जनपद पंचायत में इनका ससुर भी चयन समिति का हिस्सा रहा है जहाँ ब्यापक मात्रामें फर्जी नियुक्ति हुई है जिसकी जांच पुलिस उच्च कार्यालय द्वारा की जा रही है इस संबंध में उक्त दंपति की शिकायत अनुभव प्रमाणपत्र फर्जी होने की प्रमाणित दस्तावेजो सहित डीईओ बेमेतरा के पास सेवा निवृत्त शिक्षक कोहकाबोड़ निवासी नारद सिंह राजपूत द्वारा की गई
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सूचना के अधिकार द्वारा प्राप्त प्रमाणित अभिलेखों को मूल अभिलेख के बराबर का दस्तावेज माना गया है उक्त अधिनियम के अंतर्गत सत्यापित अभिलेखों के आधार पर भी पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराने का प्रावधान है पूर्व में हुए अन्य शिकायत के आधार पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा विभागगीय जांच के नाम पर कार्यवाही में अनावश्यक विलम्ब किया जाता रहा है जिसका फायदा आरोपियों को मिल रहा है
**नारद सिंह राजपूत*
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संजु जैन सबका संदेश न्युज बेमेतरा=7000885784