देश दुनिया

बाबा बैद्यनाथ धाम में पहुंचे उत्तर भारत के हजारों श्रद्धालुगणGariaband: Student issued degree of two subjects in one session, management told the degree to be fake Thousands of devotees from North India reached Baba Baidyanath Dham

बाबा बैद्यनाथ धाम में पहुंचे उत्तर भारत के हजारों श्रद्धालुगण

– महर्षि वाल्मीकि और भगवान परशुराम के समकालीन माने जाने वाले बाबा बैद्यनाथ धाम के छठ मेले की है विशेष मान्यता

– छठ मेले में देश के जाने-माने साधु-संतो और क्षेत्र की प्रसिद्ध राजनैतिक, शैक्षणिक व सामाजिक हस्तियों ने की शिरकत

बागपत, उत्तर प्रदेश। 

बागपत के पावला बेगमाबाद गांव में महर्षि वाल्मीकि और भगवान परशुराम के समकालीन माने जाने वाले बाबा बैद्यनाथ धाम में छठ मेले को बड़े ही हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों से आये श्रद्धालुगणों ने भाग लिया।
बाबा बैद्यनाथ धाम के छठ मेले में देश के जाने-माने साधु-संतो, तपस्वी-महात्माओं और क्षेत्र की प्रसिद्ध राजनैतिक, शैक्षणिक व सामाजिक हस्तियों ने शिरकत की। देश के प्रसिद्ध जूना अखाड़े के महाराज गजानंद गिरी द्वारा बाबा बैद्यनाथ की पूजा-अर्चना कर मेले की शुरूआत की गयी। श्रद्धालुगणों ने बताया कि बाबा बैद्यनाथ के छठ मेले के दौरान बाबा की पूजा अर्चना करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है और लोगों की मनोकामना पूर्ण होती है। बताया कि जिन लोगो की मनोकामना बाबा पूर्ण करते है वह व्यक्ति अपनी सामर्थ्य के अनुसार बाबा के मन्दिर में पीतल के घंटे चढ़ाता है। बाबा के इस मन्दिर में वर्ष भर में हजारों पीतल घंटे चढ़ते है जो इस आलौकिक शक्तियों से युक्त मन्दिर की महत्ता बताने के लिये पर्याप्त है। ग्रामवासियों के दूर-दूर क्षेत्रों में रहने वाले रिश्तेदार भी इस भव्य मेले को देखने के लिये पहुॅचते है। बाबा के छठ मेले में भंड़ारे के साथ-साथ रागनी, दंगल, जागरण जैसे अनेकों कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। हजारों मीटर के क्षेत्र में विभिन्न सामानों की सैकड़ों दुकानों पर श्रद्धालुगण समानों की खरीदारी कर रहे थे। रात्रि के समय सम्पूर्ण मन्दिर में की गयी भव्य रंग-बिरंगी रोशनी हर किसी का मन मोह रही थी। गजानंद गिरी महाराज लोगों को आर्शीवाद प्रदान कर रहे थे और प्रसाद का वितरण कर रहे थे। बाबा बैद्यनाथ धाम के छठ मेले को सफल बनाने में गजानंद गिरी महाराज, ग्राम प्रधान मनोज धामा, श्योराज सूबेदार, यशराम धामा, दिनेश, कविन्द्र, विकास, नितिन, विक्रम उर्फ पॉपी सहित समस्त ग्रामवासियों का अहम योगदान रहा।

Related Articles

Back to top button