नक्सलियों से निपटने के लिए जंगल में उतरी महिला DRG यूनिट, पहली बार हुआ ऐसा
सबका संदेश न्यूज छत्तीसगढ़ रायपुर- छत्तीसगढ़ पुलिस ने पहली बार नक्सल विरोधी मुहिम के लिए महिला डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) यूनिट का गठन किया है। अफसरों के मुताबिक महिला कमांडो पहले से तैनात हैं और महिलाओं की शार्ट एक्शन टीम ने पिछले एक महीने में तीन नक्सल कमांडरों को मार गिराया है।
महिलाओं के इस दस्ते का नाम दंतेश्वरी लड़ाके रखा गया है। महिला डीआरजी की पहली टीम का गठन दंतेवाड़ा जिले में किया गया है। तीस महिलाओं की इस यूनिट का नेतृत्व डीएसपी दिनेश्वरी नंद को सौंपा गया है। इन महिलाओं को जंगल वार की पूरी ट्रेनिंग दी गई है। तीस महिलाओं की डीआरजी टीम में दस ऐसी महिलाएं शामिल हैं जो पहले नक्सली थीं और बाद में सरेंडर करके मुख्यधारा में शामिल हो गईं। इस टीम में दस ऐसी महिलाएं भी हैं जो सहायक आरक्षक हैं। महिला कमांडो यूनिट की तैनाती के बाद अब दंतेवाड़ा मेें छह डीआरजी टीमें हो गई हैं।
डीआरजी टीमों में आमतौर पर सरेंडर कर चुके नक्सलियों को शामिल किया जाता है। इन्हें नक्सल कैंपों की अच्छी जानकारी रहती है। बस्तर में अर्धसैन्य बलों और पुलिस में पहले से महिलाएं तैनात हैं लेकिन लड़ाई में उनकी भूमिका सीमित रखी जाती है। यह पहली बार है कि मोर्च पर तैनाती के लिए महिला यूनिट का गठन किया गया है। इन्हें जंगल वार की तीन महीने की ट्रेनिंग दी गई है। ये जंगलों में बाइक पर पेट्रोलिंग कर सकती हैं।
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