मोरारजी देसाई ने आज ही के दिन 8 राज्य सरकारों को एकसाथ कर दिया था बर्खास्त – former prime minister Morarji Desai had sacked 8 state governments on 30th april 1977 and imposed Presidents rule | knowledge – News in Hindi

जनता पार्टी सरकार में 16 बार हुआ अनुच्छेद-356 का इस्तेमाल
पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने 30 अप्रैल 1977 को उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा, पंजाब और राजस्थान की कांग्रेस सरकारों को अनुच्छेद-356 का इस्तेमाल कर बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगा दिया था. हालांकि, बाद में इंदिरा गांधी ने इन राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए फिर इसी अनुच्छेद का इस्तेमाल किया. जनता पार्टी के तीन साल के कार्यकाल में कुल 16 मौके ऐसे आए, जब अलग-अलग राज्यों में राष्ट्रपति शासन लगा.
इस दौरान मोरारजी देसाई के अलावा चरण सिंह भी करीब 6 महीने के लिए कांग्रेस के समर्थन से प्रधानमंत्री बने थे. इनमें 12 बार मोरारजी देसाई और 4 बार चरण सिंह के कार्यकाल में राष्ट्रपति शासन लगा था. बता दें कि आजादी के बाद देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू (Pt. Jawaharlal Nehru) के कार्यकाल में पंजाब (Punjab) में सबसे पहले राष्ट्रपति शासन लगाया गया था. कांग्रेस में फूट की वजह से 20 जून 1951 से 17 अप्रैल 1952 के बीच राष्ट्रपति शासन लगाया गया था.
देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के 16 वर्ष के कार्यकाल में 7 बार राष्ट्रपति शासन लगाया गया. वहीं, इंदिरा गांधी ने 49 बार अनुच्छेद;356 का इस्तेमाल किया.
एनएस रेड्डी के कार्यकाल में 20 बार लगा राष्ट्रपति शासन
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का शासनकाल आपातकाल से पहले और बाद में 15 साल का रहा. इस दौरान 1966 से 1977 के बीच 33 बार और 1980 से 1984 के बीच 16 बार अलग-अलग राज्यों में राष्ट्रपति शासन लगा. इस तरह उनके प्रधानमंत्री रहते रिकॉर्ड 49 बार राष्ट्रपति शासन लगा. जनता पार्टी की सरकार गिरने के बाद 1980 में इंदिरा गांधी चौथी बार प्रधानमंत्री बनीं. उन्होंने 17 फरवरी को एक साथ 9 राज्यों में राष्ट्रपति शासन लगा दिया था.
इसके बाद 1989 से लेकर 1999 तक 7 प्रधानमंत्री बने. इस दौरान 20 बार राष्ट्रपति शासन लगाया गया. इनमें अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार प्रधानमंत्री बने. उनके 6 साल के कार्यकाल में सिर्फ 4 बार राष्ट्रपति शासन लगा. वहीं, पूर्व राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी ने अपने कार्यकाल में सबसे ज्यादा 20 बार राष्ट्रपति शासन लागू किया. वह 25 जुलाई 1977 से 25 जुलाई 1982 तक राष्ट्रपति रहे. उनके बाद वीवी गिरी के कार्यकाल में 19 बार राष्ट्रपति शासन लगा. गिरी 24 अगस्त 1969 से 24 अगस्त 1974 तक देश के राष्ट्रपति रहे.
13 राज्यों में कम से कम 4 बार लगा है राष्ट्रपति शासन
देश के 27 राज्यों में कम से कम एक बार राष्ट्रपति शासन लगा ही है. इसके अलावा 13 राज्य ऐसे हैं, जिनमें चार या इससे ज्यादा बार राष्ट्रपति शासन लगाया गया. उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 10 बार राष्ट्रपति शासन लगा है. सबसे ज्यादा दिन तक राष्ट्रपति शासन लगाए जाने के मामलें पंजाब सबसे आगे है. यहां अलग-अलग मौकों पर 3510 राष्ट्रपति शासन रह चुका है. वहीं, जम्मू-कश्मीर में 3 बार में 2375 दिन राष्ट्रपति शासन लागू रहा है.
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने 6 साल से ज्यादा के कार्यकाल में 4 बार राष्ट्रपति शासन लगाया.
जम्मू-कश्मीर में पहले राज्यपाल शासन लगाया जाता रहा. इसके बाद राष्ट्रपति शासन की सिफारिशें हुईं. जम्मू-कश्मीर में 8 बार राज्यपाल और 3 बार राष्ट्रपति शासन लगा है. दरअसल, अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा हासिल था. इसके तहत राज्य में पहले राज्यपाल शासन ही लगाया जा सकता था. इसके बाद राज्यपाल की सिफारिश पर राष्ट्रपति शासन लगता था. अब अनुच्छेद-370 हटने के बाद वहां राष्ट्रपति शासन ही लगाया जाएगा.
फिरोज गांधी ने भी किया था इंदिरा गांधी का विरोध
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अनुच्छेद-356 को सबसे ज्यादा 49 बार लागू किया. इंदिरा गांधी ने 1959 में जब केरल में कम्युनिस्ट सरकार को गैर संवैधानिक तरीके से गिराया तो फिरोज गांधी ने भी इसका विरोध किया. हालत ये हुई कि इस घटना के विरोध में फिरोज गांधी कभी प्रधानमंत्री आवास नहीं गए. जब उनकी मौत हुई, तब उनके पार्थिव शरीर को तीन मूर्ति ले जाया गया. पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के 16 वर्ष के कार्यकाल में 7 बार राष्ट्रपति शासन लगाया.
लाल बहादुर शास्त्री के प्रधानमंत्री रहते दो बार ही राष्ट्रपति शासन लगा. राजीव गांधी के 5 वर्ष के कार्यकाल में 6, पीवी नरसिंह राव के कार्यकाल में 11 और डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल में 10 बार राष्ट्रपति शासल लगा. समाजवादी जनता पार्टी के चंद्रशेखर के कार्यकाल में अनुच्छेद 356 का 4 बार प्रयोग किया गया. एचडी देवगौड़ा ने इसका 2 बार इस्तेमाल किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कई बार अनुच्छेद-356 का इस्तेमाल कर चुके हैंं.
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