पर्यावरण संरक्षण व जल संचय हेतु निगम ने की कार्यशाला आयोजित
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दुर्ग/ नगर पालिक निगम दुर्ग व्दारा आज डाटा सेंटर में रेन वाटर हार्वेस्टिंग विषय पर कार्यशाला आयोजित कर छत्तीसगढ़ शासन की मंशा से शहर क्षेत्र के कालोनाजर, आर्किटेक्ट, वास्तुविद, इंजीनियर जो शहर में कालोनी व मकान बनाते हैं, तथा नगर निगम के समस्त पंजीकृत आर्किटेक्ट को अवगत कराया गया । कार्यशाला में आयुक्त सुनील अग्रहरि, कार्य पालन अभियंता ए के दत्ता, सहा0 अभियंता व भवन अधिकारी टी के देव तथा निगम के अन्य निर्माणी अधिकारी व आर्किटेक्ट, इंजीनियर उपस्थित थे। कार्यशाला का निगम आयुक्त सुनील अग्रहरि ने दीप प्रज्वलित कर किया वहीं संचालन टी के देव सहा अभियंता ने किया ।
ग्लोबल वार्मिंग व पर्यावरण हेतु, रेन वाटर हार्वेस्टिंग आवश्यक : सुनील अग्रहरि
निगम आयुक्त सुनील अग्रहरि ने कार्यशाला में बताया कि नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग छत्तीसगढ़ शासन व्दारा निर्देशित किया गया है कि निकाय क्षेत्र में अधिक से अधिक लोग बारिश के पानी को भूमि के अंदर संरक्षित करें । लोग रेन वाटर हार्वेस्टिंग का उपयोग कर बारिश के पानी को संरक्षित करें । इसके लिए जिला कलेक्टर अंकित आनंद के निर्देशानुसार आज कालोनी, मकान बनाने वाले सभी संबंधित लोगों के लिए डाटा सेंटर में कार्यशाला आयोजित किया गया है। उन्हे रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की जानकारी दी गई ।
उन्होंने कहा आज प्रदेश में जिस प्रकार से भू-जल का दोहन व्यक्ति कर रहा है उसी अनुपात से जल संरक्षण के लिए वृक्षारोपण नहीं किया जा रहा है। इससे भूमि के नीचे पानी की कमी का असर प्रदेश के पर्यावरण पर पड़ेगा। उन्होंने कहा, जल जीवन का आधार है, इस बात को हमें समझना होगा। हम जब कालोनी, मकान बनाते है उस समय मकान मालिक को रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए प्रोत्साहित करे उन्हें बताये कि रेन वाटर हार्वेस्टिंग क्या है और उसमें कोई मेहनत नहीं है बस एक बार सिस्टम को बनाने के बाद दोबारा कुछ भी नहीं करना होगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में जिस तरह से धरती का तापमान बढ़ रहा इससे पर्यावरण असंतुलन, कम बारिश होना, पर्यावरण प्रदूषित होना यह सब ग्लोबल वार्मिंग का भाग है । उन्होंने सभी आर्किटेक्ट, इंजीनियर, ठेकेदारों से अपील कर कहा आप सभी अपने-अपने क्षेत्र में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का उपयोग करें, इससे प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को इसका लाभ मिलेगा।
शासकीय भवन, स्कूल भवनों, सामाजिक भवनों, संस्थानों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग की जांच करें-आयुक्त
आयुक्त सुनील अग्रहरि ने निगम अधिकारियों को निर्देशित कर कहा इस वर्ष बारिश के पूर्व शहर के समस्त शासकीय भवनों, सामाजिक, मांगलिक भवनों स्कूल भवनों, शहर के बड़े होटलों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की जांच कर मुझे अवगत करायें । इन सभी जगहों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अवश्य रहना चाहिए । उन्होंने कहा जिन्हें लोगों ने भी इस सिस्टम का उपयोग नहीं कर रहा है उनसे अपील व अनुरोध है कि वे रेन वाटर हार्वेस्टिंग अवश्य लगायें । इस संबंध में अपने क्षेत्र के निगम इंजीनियर से संपर्क कर सकते हैं ।
उन्होंने कहा बारिश के पानी को संरक्षित करने कोई भी व्यक्ति आसानी से दो बाई दो का गड्ढा कर उसमें इस बताये जा रहे सिस्टम्स को बना सकता है। उन्होंने कहा जहां पहले से सिस्टम बनाया गया है वहाँ की साफ-सफाई करायें, पाईप नली से कचरा निकलवा कर सफाई करें । अपने घरों की छतों को साफ सुथरा रखें ताकि बारिश का पानी सुरक्षित ढंग से भूमि में प्रवेश कर सके। आगामी दिनों में वर्षा ऋतु लग जाएगा । अतः इन 15 दिनों में आप अपने स्तर पर मुहिम चलाये और प्रगति से अवगत करायें । कार्यशाला में आर्किटेक्ट व इंजीनियर नुपूर कोकास, देवेश मिश्रा, नवनीत शुक्ला, मदन कुमार, योगेश निर्मलकर, राहुल सान, अंशुल देवदास, शिवानंद राय, अंबर ताम्रकार, सहित 50 लोग मौजूद थे ।