छत्तीसगढ़ सरकार ने दो साल में विफलता के सारे कीर्तिमान हासिल कर चुकी है-अमर अग्रवाल

*छत्तीसगढ़ सरकार ने दो साल में विफलता के सारे कीर्तिमान हासिल कर चुकी है-अमर अग्रवाल*
सबका सँदेश कान्हा तिवारी–
बिलासपुर-छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार की किसानों से वादा खिलाफी धान खरीदी में अव्यवस्था को लेकर बिलासपुर में आज डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी चौक पुराना बस स्टैण्ड में भारतीय जनता पार्टी बिलासपुर विधानसभा द्वारा आयोजित धरना प्रदर्शन में मुख्यवक्ता भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने भारी संख्या में उपस्थित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने दो साल में विफलता के सारे कीर्तिमान हासिल कर चुकी है। यह सरकार किसान विरोधी है और प्रदेश के किसानों के साथ लगातार अन्याय कर रही है।
उन्होंने कहा कि हालात इतनी खराब है कि मुख्यमंत्री ओर कांग्रेस अध्यक्ष के क्षेत्र में भी किसान आत्महत्या कर रहे है। कांग्रेस सरकार किसानों के साथ वादाखिलाफी और विश्वासघात का रोज नाया रिकार्ड बना रही है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष के धान की कीमत का पूरा भुगतान अभी तक किसानों को नहीं किया गया है। वर्तमान में भी किसानों के खाते में एक पैसा नहीं पहुॅचा है। पिछले दो वर्षो के बोनस भुगतान की चर्चा भी नहीं करना चाहते। मंडी टैक्स खत्म करने का वादा किया था, उल्टे टैक्स बढ़ा दिये गये है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि सरकार बारदाना के नाम पर सबसे बड़ा घोटाला कर रही है। इसके बहाने वह धान खरीदी से बचना चाहती है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में सरकार ने जवाब देते हुए कहा था कि प्रदेश मं इस सीजन में कुल 4 लाख 45 हजार गठान बारदाने की जरूरत है जिसमें 3 लाख 30 हजार बारदाना उपलब्ध है और 1 लाख 15 हजार गठान की जरूरत होगी। समय रहते सरकार ने इस दिशा में कोई काम नहीं किया और आज हालात ये है कि किसान खुद 30-40 रूपये में बारदाना खरीदने को विवश है। सरकार द्वारा उन्हें 15 रूपये का भुगतान किया जा रहा है। श्री अग्रवाल ने कहा कि किसानों की गिरदावरी रिपोर्ट के माध्यम से रकबा कम करने का षड़यंत्र किया जा रहा है, जिसके पीछे धान खरीदी से बचना और कम धान खरीदी करने का है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण कांग्रेस अध्यक्ष के क्षेत्र में किसान धनीराम ने आत्महत्या कर ली। एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार अभी तक 233 कृषकों और खेतिहारों ने 2019 में आत्महत्या कर ली। उन्हें प्रत्येक परिवारों को कम से कम 25 लाख रूपये का मुआवजा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता को ऋष लेकर कर्जदार बनाने वाली सरकार आज अपने वादों से और धान खरीदी से भागना चाहती है। इसलिए कभी केन्द्र सरकार पर तो कभी भाजपा पर बेबुनियाद आरोप लगाकर अपनी कमजोरी को छिपाना चाह रही है।
धरना प्रदर्शन को भाजपा जिलाध्यक्ष रामदेव कुमावत, महिला मोर्चा राष्ट्रीय सचिव आर विभा राव, पूर्व महापौर उमाशंकर जायसवाल, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष दीपक सिंह ठाकुर, सुनीता मानिकपुरी, शैलेन्द्र यादव ने भी संबोधित किया। धरने का संचालन मंडल प्रतिनिधि धीरेन्द्र केशरवानी ने किया आभार बिलासपुर मध्य मंडल अध्यक्ष अरविंद बोलर ने किया। इस मौके पर भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य पूजा विधानी, अमरजीत सिंह दुआ, भाजपा जिला मंत्री सुधा गुप्ता, नेता प्रतिपक्ष नगर निगम अशोक विधानी, मंडल अध्यक्ष जुगल अग्रवाल, निर्मल कुमार जीवनानी, चन्द्रप्रकाश मिश्रा, विनोद सोनी, राजेश मिश्रा, प्रवीण दुबे, विजय ताम्रकार, विजय सिंह, मकबूल अली, युसूफरजा बरकाती, जयश्री चौकसे, योगेश बोले, राजेश रजक, दुर्गा सोनी, बंधु मौर्य, विजय यादव, लक्ष्मी साहू, पुष्पा तिवारी, श्याम साहू, रंगा नादम, रेणुका नागपुरे, लक्ष्मीनारायण कश्यप, अमित चतुर्वेदी, नारायण गोस्वामी, अमित तिवारी, जगदीश पाण्डेय, श्रीकांत सहारे, वल्लव राव, शेखर पाल, डीके साहू, प्रकाश यादव सहित किसानों के साथ भाजपा कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे। धरना प्रदर्शन पश्चात धरना स्थल पर अनुविभागीय अधिकारी बिलासपुर के मार्फत महामहिम राज्यपाल महोदया छत्तीसगढ़ प्रदेश के नाम ज्ञापन सौंपा गया।