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भाजपा ने बदला देश का सबसे पुराना नारा जय जवान जय किसान अब हो गया जय उद्योगपति जय व्यापार, BJP changed the country’s oldest slogan Jai Jawan Jai Kisan, now Jai industrialist Jai business

दुर्ग /  लोकसभा अध्यक्ष युवा कांग्रेस दुर्ग अय्युब खान  ने किसानों के ऊपर पूरे देश में भाजपा द्वारा लगातार जो अत्याचार कर रही है और छत्तीसगढ़ के भाजपा नेता राज्य की धान खरीदी को बाधित करने का षड्यंत्र रच रहे और भाजपा की केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ भाजपा के नेताओ के मंशा के अनुरूप धान खरीदी पर तमाम तरीके की अड़ंगेबाजी लगा रही है इनसे ऐसा प्रतीत हो रहा की केंद्र सरकार और भाजपा नेताव ने किसानो को तंग और प्रताड़ित कर देश का सबसे पुराना नारा जय जवान जय किसान बदल कर अब जय उद्योगपति जय व्यापार कर दिये है दूसरे प्रदेश के किसानो को प्रताड़ित करते करते  अब ये खेल छत्तीसगढ़ के किसानो  के साथ भी शुरू कर दिये है   सबसे पहले साढ़े 4 लाख गठान बारदाने में मात्र 1 लाख 75 हजार गठान बारदाना उपलब्ध करवाया अब एफ सी आई में चांवल जमा नही करने दे रही ताकि मिलर धान खरीद केंद्रों से धान न उठा पाएं और खरीद केंद्रों में सब कुछ जाम हो जाये । राज्य सरकार के द्वारा एफसीआई से चावल जमा करने के अनुरोध पर राजीव गांधी किसान न्याय योजना में किसानों को बोनस तो नही दे रहे? यह सवाल केंद्रीय खाद्य मंत्री क्यों पूछ रहे? जबकि  राज्य सरकार ने साफ कर दिया था कि यह किसानों की सहायता राशि है न कि धान का बोनस। धान खरीदी प्रतिक्विंटल में होती है। न्याय योजना की सहायता प्रति एकड़ में दी जा रही। ऊपर से छत्तीसगढ़ से 60 लाख मैट्रिक टन चावल लेने का कमिटमेंट कर 24 लाख मैट्रिक टन चावल लेने की अनुमति प्रदान करना है मोदी भाजपा के किसान विरोधी कृत्य है।अंकित ने सवाल किया कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से धान मक्का गन्ना उत्पादक किसानों को ₹10,000 प्रति एकड़  सहायता राशि दी जा रही है तो भाजपा को तकलीफ क्यों? राजीव गांधी किसान न्याय योजना किसानों की सहायता के लिए शुरू की गई है इसमें धान का बोनस नहीं मिलता लेकिन भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह भाजपा के 9 सांसदों ने केंद्र सरकार को गुमराह कर छत्तीसगढ़ के किसानों को मिल रहे प्रति एकड़ ₹10,000 की सहायता राशि को बोनस बता कर सेंट्रल पूल में लेने वाले पुल में लेने वाले पूर्व में दी गई 60लाख मीट्रिक टन चावल के कोटा को कम करा कर 24लाख मीट्रिक टन किया गया भाजपा का छत्तीसगढ़ के किसान विरोधी कृत्य है।छत्तीसगढ़ के धान खरीदी में निरंतर केंद्र सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है छत्तीसगढ़ के किसानों को आर्थिक रूप से सक्षम होते देख भाजपा नेताओं को पीडा हो रही है।अंकित ने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसानों को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के द्वारा राजीव गांधी किसान योजना के माध्यम से प्रति एकड़ ₹10,000 देने का वे स्वागत करते है और केंद्र सरकार से मांग करते है कि छत्तीसगढ़ के किसानों के विरोध में खड़े भाजपा सांसदों के गुमराह करने वाले शिकायत को शिथिल कर छत्तीसगढ़ को पूर्व में दी गई 60लाख मीट्रिक टन चावल देने की कोटा को यथावत करें एवं एफसीआई में चावल लेने की अनुमति प्रदान करें। अय्युब खान ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार ने कृषि को लाभ का क्षेत्र बनाया तो बीते 2 साल में छत्तीसगढ़ में धान पैदा करने वाले किसानों की संख्या में ऐतिहासिक बढ़ोतरी हुई है और धान पैदावार का रकबा बढ़ा है छत्तीसगढ़ में चालू खरीफ वर्ष में 21 लाख 50 हजार किसान धान बेचने पंजीकृत हुए हैं, 90 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की खरीदी की जाएगी जबकिपूर्व की रमन सरकार ने 15 साल में 50 लाख मैट्रिक टन से अधिक की धान की खरीदी नहीं की,और तो और किसानों से किए वादे को रमन सिंह ने पूरा नहीं किया किसानों को धान की कीमत ₹2100 प्रति क्विंटल और 300 बोनस देने का वादा किया गया था। वर्तमान में नई नवेली प्रभारी बन कर आई भाजपा प्रभारी पुरंदेश्वरी जी को छत्तीसगढ़ के बारे में कुछ नही जानती ना ही यहां के किसानों और खेती किसानी के बारे में यदि वे किसानों का भला चाहती हैं और उन्हें  आर्थिक रूप से सक्षम बनाने की विचार रखती है तो भाजपा के 9 सांसदों दो राज्यसभा सदस्य एवं भाजपा के 14 विधायकों को लेकर दिल्ली जाएं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से छत्तीसगढ़ के किसानों से प्रति एकड़ 25 क्विंटल धान खरीदी के अनुपात में चावल लेने की अनुमति लेकर आए । अंकित ने कहा जहां जहां भाजपा राज्य सरकार में नही है वहां पर इस प्रकार के अड़ंगे सत्ता हासिल करने के लिए लगा रही है जो कि निंदनीय है और छत्तीसगढ़ का किसान भाजपा को कभी माफ नही करेगा ।

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