छत्तीसगढ़

केंद्र से बजट पास नहीं होने के कारण स्कूली बच्चों को अब तक नहीं मिल पाई है छात्रवृत्ति की राशि

कक्षा एक से लेकर 12वीं तक के बच्चों को वर्गवार छात्रवृत्ति दी जाती है, लेकिन ज्यादातर स्कूली बच्चों को छात्रवृत्ति के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि अब तक छात्रवृत्ति राशि नहीं मिली है। इसमें प्रमुख तौर पर इसके साथ ही राष्ट्रीय साधन सह प्रावीण्य छात्रवृत्ति परीक्षा (एनएमएमएस) शामिल हैं। इसमें उत्तीर्ण होने वाले बच्चों को कक्षा 9 से लेकर 12वीं तक प्रतिमाह 500 रुपये दिए जाते हैं। इस परीक्षा में कक्षा आठवीं के बच्चे शामिल होते हैं। यह परीक्षा वर्ष 2009-10 से शुरू हुई है। अब तक जिले में 192 बच्चे परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं। लेकिन किसी भी बच्चे को छात्रवृत्ति नहीं मिली है। डीईओ कार्यालय से प्राप्त जानकारी अनुसार बीते 10 वर्ष से राशि नहीं मिली है। यह राशि केंद्र सरकार द्वारा जारी की जाती है। करीब 46 लाख 8 हजार रुपये नहीं मिला है। साथ ही वर्ष 2009-10 में उत्तीर्ण किए कक्षा आठवीं के कई बच्चे वर्तमान में या तो कालेज की पढ़ाई पूरी कर लिए होंगे या किसी को नौकरी मिल गई है। इन्हें भी अभी तक राशि नहीं मिली है। इन सब बच्चों की जानकारी राज्य स्तर पर भेजी जा चुकी है।

त्रुटि सुधार करवा कर भेजी फाइल, फिर भी राशि के लिए भटक रहे विद्या र्थी

बताया जा रहा है कि राज्य स्तर पर भी बच्चों को कई प्रकार की छात्रवृत्ति दी जाती है। कक्षा एक से लेकर 12वीं तक के विभिन्न वर्ग के बच्चों का छात्रवृत्ति फार्म प्राचार्य व प्रधानपाठक से फारवर्ड होकर डीईओ कार्यालय पहुंचती है। यहां से वहीं फार्म राज्य स्तर पर भेजे जाते हैं। लेकिन इन फार्म में कई तरह की त्रुटि है, जैसे आधार नंबर व बैंक अकाउंट गलत होना। प्राचार्य व प्रधान पाठक द्वारा शुरूआती समय में ध्यान नहीं दिया गया। इस कारण वर्ष 2018-19 में 162, वर्ष 2019-20 में 164 बच्चों सहित कुल 326 की छात्रवृत्ति रुक गयी है। इन बच्चों में कक्षा एक से लेकर 12वीं तक हैं।

हर साल होती है परीक्षा

राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा और राष्ट्रीय साधन सह प्रावीण्य छात्रवृत्ति, परीक्षा के माध्यम से उत्कृष्ट विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है। राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा स्टेज-1 और राष्ट्रीय साधन सह प्रावीण्य छात्रवृत्ति परीक्षा हर साल आयोजित की जाती है। राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा में कक्षा 10वीं और राष्ट्रीय साधन सह प्रावीण्य छात्रवृत्ति परीक्षा में कक्षा 8वीं में अध्ययनरत विद्यार्थी शामिल होते हैं

स्कूल बंद होने से कई बच्चे छात्रवृत्ति फार्म भरने से चूके

स्कूली बच्चों को विभिन्न प्रकार की छात्रवृत्ति मिलती है। लेकिन इस साल मार्च माह से जिले के सभी सरकारी व निजी स्कूल बंद है। इसके चलते कई बच्चे छात्रवृत्ति का फार्म भरने से चूक गए है। वर्तमान में भी कई प्रकार के फार्म भरे जा रहे हैं। इस संबंध में स्कूली बच्चे व उनके पालक अपने स्कूल के प्राचार्य या शिक्षक से संपर्क कर सकते हैं

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