छत्तीसगढ़

स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की गहन समीक्षा

स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की गहन समीक्षा 
संस्थागत प्रसव बढ़ाने कलेक्टर ने दिये निर्देश
नारायणपुर 24 दिसम्बर 2020 – जिले में लोगों तक स्वास्थ्य सुविधायें पहंुचाने के उद्ेश्य से अनेक योजनायें संचालित की जा रही है। जिले में संचालित  स्वास्थ्य विभाग की इन सभी योजनाआंे के संबंध में कलेक्टर श्री अभिजित सिंह ने आज यहां कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष मे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने योजनाओं की गहन समीक्षा की और अधिकारियों को स्वास्थ्य सुविधायें बेहतर बनाने के निर्देश दिये। बैठक में उन्होंनें कहा कि जिले में मातृत्व स्वास्थ्य सहित शिशु स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान केन्द्रीत करना है। उन्होंने जिले में खासतौर पर ओरछा विकासखण्ड में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने पर जोर दिया और कहा कि इस क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमले लोगों को जागरूक करें और संस्थागत प्रसव के लाभ सहित सुरक्षित प्रसव के महत्व से लोगों को अवगत करायें। उन्होंने शिशु स्वास्थ्य के संबंध मे भी लोगो को जागरूक करने कला जत्था के माध्यम से प्रचार-प्रसार की भी बात कही। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री राहुल देव, जिला मुख्य चिक्त्सिा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गोटा सहित विकासखण्ड चिक्त्सिा अधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमले उपस्थित थें।
बैठक मे कलेक्टर श्री सिंह ने मातृत्व स्वास्थ्य, गर्भवती महिलाओं को आयरन गोली वितरण, संस्थागत प्रसव शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण, राष्ट्रीय वेक्टर जनिज रोग नियंत्रण कार्यक्रम, मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान, राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम, राष्ट्रीय अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम, पोषण पुनर्वास केन्द्र राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम, राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम सहित अन्य योजनाओं की समीक्षा की। कलेक्टर ने समीक्षा के दौरान कहा कि मातृत्व स्वास्थ्य के तहत् गर्भवती महिलाआंे को आयरन गोली वितरण को बेहतर और कारगर बनायें और किन्हीं दो सेक्टरों में महिलाओं में होने वाले हेल्थ इम्प्रूव और हीमोग्लोबिन वृद्धि के संबंध में जानकारी प्रस्तुत करें। इसके अलावा उन्होंने पोषण पुनर्वास पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये। उन्होनें कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य योंजनाओ का लाभ लेने के लिए चिकित्सालय में भर्ती होकर ईलाज कराने और उससे लाभान्वित होने के लिए राशन कार्ड और आधार कार्ड भी लाएं। उन्होंने इस योजनाओं से जुड़े लम्बित प्रकरणों के शीघ्र निराकरण के निर्देश दिये। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत मोतियाबिंद के मरीजांे का चिन्हांकन कर प्राथमिकता के आधार पर इनके उपचार के प्रयास करें। 

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