कोरोना का असर:कोरोना के बाद भी फूल रही है सांस, बदन दर्द और कमजोरी भी, कोविड से उबरे फिर भी दिख रहे लक्षण
कोविड-19 संक्रमण के बाद स्वस्थ हुए लेकिन अब तबियत बिगड़ रही है। ठंड बढ़ते ही मेकाहारा में ऐसे कई मरीज आ रहे हैं जिनमें सांस फूलने, बदन दर्द और थकान जैसे लक्षण दिख रहे हैं। पोस्ट कोविड केयर ओपीडी में 10 से 21 दिसंबर तक 25 से ज्यादा मरीज पहुंचे हैं। मंगलवार को बैकुंठपुर रायगढ़ में रहने वाले 37 साल के एक व्यक्ति पूर्व में कोरोना की चपेट में आए थे। उन्होंने होम आइसोलेशन में रहकर कोरोना से उबर गए लेकिन मामूली काम करने पर भी थकान महसूस हो रही है। महका के 62 वर्षीय मरीज को चलने से दम भरने की दिक्कत है। अस्पताल के सहायक अधीक्षक डॉ. हबेल सिंह उरांव के अनुसार अस्पताल में पोस्ट कोविड केयर यूनिट चल रही है। कुछ लोगों को संक्रमण के बाद भी परेशानी है जो आकर इलाज करा रहे हैं। पिछले 11 दिनों में 25 मरीज आए हैं जिन का इलाज किया गया है। कोविड के नोडल अधिकारी डॉ वेदप्रकाश घिल्ले कहते हैं कि संक्रमण के बाद अचानक शुगर और बीपी बढ़ना, घबराहट, बेचैनी और कमजोरी की समस्या के मामले हो सकते हैं। जिन मरीजों को ऑक्सीजन पर या वेंटीलेटर में रखा गया था उनमें ऐसी समस्या आती है। कई मरीज ऐसे भी थे, जिनके फेफड़े काफी क्षतिग्रस्त हो गए थे, लेकिन वे अब ठीक हैं। अभी ठंड में ज्यादा सावधानी रखने की जरूरत है।
लंग्स फाइब्रोसिस के कारण यह दिक्कतें
चेस्ट फिजिशियन डॉ गणेश पटेल कहते हैं, संक्रमण फेफड़े को प्रभावित करता है, जिससे सांस फूलना और सीने में दर्द जैसी परेशानियां हो रही है। यह लंग्स फ्रायब्रोसिस के कारण होता है, यह समय के साथ ठीक हो सकता है। ऐसे कई मरीज भी मिले हैं जिन्हें पहले डायबिटीज नहीं थी लेकिन कोरोना संक्रमित होने के बाद शुगर का लेवल ज्यादा है यानि वे शुगर के मरीज हो गए हैं। नींद नहीं आना ना आना, डर और घबराहट की परेशानी हो रही है। इनको दवाई के साथ वर्कआउट भी जरूरी है। ऐसे मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी पोस्ट कोविड यूनिट में रखकर इलाज किया जाता है।
अब कोरोना के नए स्ट्रेन ने बढ़ा दी चिंता
शासन के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने प्रदेश के कमिश्नर और कलेक्टरों को पत्र लिखकर यूनाइटेड किंग्डम से आने वाले मरीजों की जांच कराने और संक्रमित पाए जाने पर संस्थागत आइसोलेशन यानि अस्पताल, क्वारेंटाइन सेंटर में रखने के लिए कहा है। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी यूके से आए हुए यात्रियों को 14 दिन के आइसोलेशन में रखना जरूरी है। यात्री के संक्रमित होने पर एयरपोर्ट को भी सूचना देनी होगी।