कितना खतरनाक है नया वायरस, कब आया और कहां-कहां फैला? जानें कोरोना के नए स्ट्रेन से जुड़े हर सवाल का जवाब
ब्रिटेन में मिले कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से पूरी दुनिया दहशत में आ गई है। कोरोना वायरस के इस प्रकार की भयावहता को देखते हुए दुनियाभर के करीब 40 से अधिक देशों ने ब्रिटेन से खुद को अलग-थलग कर लिया है। भारत समेत यूरोप के देशों ने ब्रिटेन से आने-जाने वाली सभी फ्लाइट को रद्द कर दिया है और सीमाओं को सील कर दिया है। भारत में भी इस वायरस को लेकर हलचल तेज हो गई है। तो चलिए जानते हैं कि ब्रिटेन में मिले जिस कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से पूरी दुनिया में हाहाकार है, वह कब आया और कितना खतरनाक है?
प्रश्न 1. नया वायरस कब सामने आया?
कोरोना वायरस का नया रूप तीन महीने पहले 20 से 21 सितंबर के बीच लंदन के केंट इलाके से लिए गए सैंपल में सामने आया था। वायरस के इस जीनोम का नाम बी.1.1.7 रखा गया। कोरोना वायरस के कई रूप सामने आए हैं, जिनमें तीन अहम हैं और तीनों की पहचान हो चुकी है।
प्रश्न 2. नए रूप की पहचान कैसे हुई?
वायरस के नए रूप की पहचान सामान्य आरटी-पीसीआर टेस्ट में हुई। ब्रिटेन में आरटी-पीसीआर टेस्ट के लिए टेकपैथ की टेस्ट किट का उपयोग बड़े पैमाने पर हो रहा है। इस किट से जांच करने पर सामान्यत: कोरोना के तीन जीन सामने आते हैं, पर हाल के दिनों में ऐसे मामले बढ़ने लगे, जिसमें केवल दो जीन ही सामने आ रहे थे। इसकी पड़ताल करने पर पता चला कि वायरस के नए रूप ने एक जीन को छुपा दिया। इस बीच मामलों में अचानक तेजी नजर आने लगी। तब इस बात की पुष्टि हुई कि नए वायरस के कारण ऐसा हो रहा था। इस टेस्ट किट के उपयोग के लिए भारत ने भी मंजूरी ली है।
प्रश्न 3. वायरस क्यों रूप बदलता है ?
किसी भी वायरस के अनुवांशिक तत्वों में समय के साथ आंशिक बदलाव होते हैं। यह प्राकृतिक प्रक्रिया है। इस तरह वायरस इंसानी कोशिकाओं में ज्यादा आसानी से घुसने के तरीके ढूंढता है। वुहान में पाए गए कोरोना वायरस के बाद से अब तक कोविड-19 के वायरस में कम से कम 25 बार म्यूटेशन हो चुका है।
प्रश्न 4. नया वायरस क्या ज्यादा जानलेवा है?
बर्मिंघम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एलन मैकनली ने कहा कि हम जानते हैं कि यह एक नए प्रकार का वायरस है। हम जैविक रूप से इसके बारे में कुछ नहीं जानते हैं। इसके असर के बारे में कोई अनुमान लगाना अभी जल्दबाजी होगी। हालांकि ब्रिटेन ने आधिकारिक रूप से इस वायरस को 70 प्रतिशत अधिक तेजी से फैलने वाला बताया है।
प्रश्न 5. क्या केरल में इस वायरस के केस सामने आए हैं?
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में केरल के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि चूंकि यह वायरस ब्रिटेन में सितंबर से सक्रिय है और इस दौरान केरल में हजारों विदेशी यात्री आ चुके हैं तो इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि नए वायरस के मामले राज्य में मौजूद हों। इसके बारे में तब ही सही जानकारी लग सकेगी, जब स्वास्थ्य मंत्रालय या आईसीएमआर के निर्देश पर यहां सभी नमूनों का पूर्ण जिनोम अध्ययन किया जाए।
प्रश्न 6. ब्रिटेन के अलावा यह और कहां-कहां फैल रहा है?
इटली और फ्रांस ने अपने यहां ब्रिटेन वाले कोरोना वायरस से जुड़े संक्रमण के केस आने की पुष्टि की है। इसके अलावा, दक्षिण अफ्रीका में संक्रमण की दूसरी लहर का कारण इस वायरस को माना जा रहा है। वहीं अमेरिकी अधिकारियों ने आशंका जतायी है कि देश में नए वायरस के कारण तेजी से मामले बढ़े हैं।प्रश्न 7. क्या यह वायरस बेकाबू हो चुका है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन के इमरजेंसी चीफ माइकल रायन का कहना है कि ब्रिटेन में मिला कोरोना वायरस का नया रूप बेकाबू नहीं है। महामारी के दौर में इससे भी ज्यादा भयावह स्थितियां देखी गई हैं, जिसे हमने काबू किया है। ब्रिटेन के हालात को बेकाबू न मानें। यह जरूर है कि इसे बहुत गंभीरता से लेना होगा।