दुर्ग-भिलाई भाजपा अध्यक्ष नियुक्ति में फिर सरोज पाण्डेय का रहा दबदबा

सरोज के कारण हासिए पर फिर रही दिग्गजों की फौज
भिलाई और रिसाली निगम चुनाव पर पड़ेगा इसका असर
भिलाई। छत्तीसगढ़ भाजपा में डॉ सरोज पाण्डेय ने एक बार फिर अपना रुतबा साबित कर दिया है। दुर्गं भिलाई में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति में डॉ सरोज पाण्डेय का गुट हावी रहा और दोनों जिला अध्यक्ष उनकी पसंद के चुने गए। दुर्ग जिला अध्यक्ष शिवकुमार तमेर व भिलाई जिला अध्यक्ष वीरेन्द्र साहू सांसद सरोज पाण्डेय के कट्टर समर्थक माने जाते हैं, दोनों जिला अध्यक्षों पर इनकी नियुक्ति ने जिले के दिग्गज भाजपा नेताओं का हासिए पर ला दिया है।
तमाम अटकलों के बाद दुर्ग व भिलाई में प्रदेश भाजपा ने नए अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी है। दुर्ग जिले के लिए पूर्व महापौर शिवकुमार तमेर को अध्यक्ष चुना गया। वहीं भिलाई जिला अध्यक्ष वीरेन्द्र साहू को बनाया गया। वहीं दुर्ग में ललित चंद्राकर व भिलाई में शंकर लाल देवांगन को महामंत्री बनाया गया है हालांकि इन दोनों को सांसद विजय बघेल का करीबी माना जाता है। इससे पहले सांवलाराम डाहरे जिला भिलाई के अध्यक्ष थे उन्हें भी सांसद सरोज पाण्डेय का समर्थक माना जाता है। अब जिनकी नियुक्ति हुई है वे भी सांसद सरोज के कट्टर समर्थकों में शामिल हैं। प्रदेश संगठन में अपनी पैट बरकरार रखते हुए सांसद सरोज पाण्डेय एक बार फिर से अपना दबदबा कायम रखा है।
भिलाई व रिसाली निगम चुनाव पर नजर
दुर्ग भिलाई जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के साथ ही अब नगर निगम भिलाई व रिसाली चुनाव पर अब नजरे टिक गई हैं। जिला अध्यक्षों की नियुक्ति में सांसद सरोज पाण्डेय के दबदबे को देखते हुए अंदाजा लगाया जा रहा है कि दोनों निगमों के चुनाव में भी इनका दबदबा कायम रहेगा। नगर निगम दुर्ग में भाजपा की लचर स्थिति के बीच इस बार भिलाई व रिसाली में सांसद सरोज पाण्डेय अपनी क्षमता साबित करना चाहती हैं और अभी जैसी तस्वीर सामने आ रही है उससे लगता है भिलाई व रिसाली निगम चुनाव में सांसद सरोज पाण्डेय की बड़ी दखल सामने आएगी और अपने कई समर्थकों को टिकट दिलाने में कामयाब हो जाएंगी।
फिर चर्चा में रहा चारुलता पाण्डेय का फेसबुक पोस्ट
जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद फेसबुक पर सांसद सरोज पाण्डेय की भाभी चारुलता पाण्डेय द्वारा किए गए दो पोस्ट भी काफी चर्चा में है। इनमें से एक पोस्ट 9 दिसंबर का है जिसमें लिखा था वी फॉर विक्ट्री, समझने वाले समझ गए न समझे वे अनाड़ी है। वहीं दूसरो पोर्ट दोनों जिला अध्यक्षों की घोषणा के बाद का है जिसमें उसी पोस्ट को साझा करते हुए लिखा कि हमने पहले ही इशारा कर दिया था कि वी फॉर वीरेन्द्र।