छत्तीसगढ़

अमर शहीद वीरनारायण सिंह को शहादत दिवस पर किया गया नमन

अमर शहीद वीरनारायण सिंह को शहादत दिवस पर किया गया नमन.!
*आदिवासी राजगोंड समाज सेवा समिति प्रधान कार्यालय भोरमदेव ( छ.ग)* के तत्वाधान में शहीद वीरनारायण सिंह शहादत दिवस कार्यक्रम वि.ख.पंडरिया के ग्राम लिम्हईपुर में दिनांक 15/12/2020 को आयोजित किया गया। जिसमें शहीद वीर नारायण सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित कर सादर नमन किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मा.श्रीमति अनिला भेड़िया (मंत्री- महिला एवं बाल विकास विभाग छ.ग शासन) ने सभा को संबोधित करते हुये कहा कि शहीद वीर नारायण सिंह छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वंतत्रता संग्राम सेनानी एवं महान योद्धा थे। उन्होंने अपना सर्वस्व जीवन देश की स्वंतत्रता एवं आदिवासी समाज के एकजुटता के लिए अर्पित किया था। आदिवासीयों का समृद्ध एवं गौरवशाली इतिहास रहा है तथा समाज की संस्कृति एवं परंपरा को संजोकर रखना अतिआवश्यक है। समाज को जागरूक एवं एकजुट कर प्रगतिशील समाज के निर्माण के लिए हम सभी को संकल्प लेना होगा। कार्यक्रम के विशेष अतिथि मा.श्रीमति ममता चंद्राकर (विधायक-पंडरिया) ने अपने संबोधन कहा कि वीरनारायण सिंह का देश के आजादी में बड़ी भूमिका रही है उन्होंने अपनी प्रजा के हितों के लिए एवं अंग्रेजो के दमन के खिलाफ लड़ाई में अपने प्राणो की आहुति दे दी।हम इनके शहादत को कभी भूल नहीं पायेंगे।सभी वर्गो के सक्रिय योगदान से ही प्रगतिशील एवं विकासशील समाज का निर्माण संभव है।
कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे श्री विदेशी राम धुर्वे (प्रधान सरंक्षक-राजगोंड़ समाज) ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे अनेकों आदिवासी महापूरूषो का देश की आजादी मे महत्वपूर्ण योगदान रहा है। किन्तु इतिहास के पन्नों में दफन हो गया है अपने इतिहास एवं देश की आजादी मे बड़ी भूमिका निभाने वाले हमारे सभी महापुरूषो के जीवन चरित्रो को जानने की आवश्यकता है। तथा उन्होंने मा.मंत्री महोदया के समक्ष ग्राम कंकालीन(पचराही ) में आदिवासी मंगल भवन स्वीकृत करने हेतु समाज की ओर से प्रमुख मांग रखा।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि एवं विशेष अतिथि को समाज प्रमूखो द्वारा साल एवं श्रीफल भेंटकर सम्मान किया गया। कार्यक्रम में आदिवासी संस्कृति से संबंधित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमो की भी प्रस्तूती किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्री पूरूषोत्त तिलगाम ने किया एवं आभार प्रदर्शन श्री लखन सिंह धूर्वे (प्रधान अध्यक्ष) ने किया। कार्यक्रम मे फगनूराम धुर्वे,उत्तमसिंह मस्कोले,सालिकराम मेरावी, रामदयाल पोर्ते, शयामसिंह मरकाम,दूखीराम मरकाम,हुकुम सिंह धुर्वे, चैनसिंह मेरावी, मोहित राम मेरावी ,रूपराम मरकाम,विजय मरकाम ,संतराम धुर्वे,जोधनसिंह खूसरो चैनसिंह खुसरो,रामजी मेरावी, शेरसिंह पंद्राम,कन्हैया मेरावी,सगनूराम धुर्वे ,तुलसकुमार पंद्राम,लालाराम धूर्वे, नैनसिंह मेरावी,धनसिंह धूर्वे, मनीराम मरावी,श्रवण धूर्वे,कमल सिंद्राम, सोमनाथ धूर्वे, राजेंद्र पूषाम,मूकेश मरकाम,भिखम शयाम,राजू धूर्वे, जयसिंह पंद्राम ,जलेश धूर्वे ,आत्मा मेरावी,विष्णू मेरावी,सूमेरी मेरावी,तिलक मेरावी देवचरण धूर्वे तथा क्षेत्र के समस्त जनप्रतिनिधी एवं समाज के हजारों लोग उपस्थित थे।
जलेश धूर्वे
मिडिया प्रभारी
(राजगोंड समाज सेवा समिति प्रधान कार्यालय भोरमदेव छ.ग.)

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