वीडियोग्राफी के बिल भुगतान में लाखों की गड़बड़ी का आरोप
मुख्यनिर्वाचन पदाअधिकारी व राज्यपाल, मुख्यमंत्री,एस पी व आईजी को शिकायत देने के बाद कार्यवाही नहीं होने पर मामला पहुँचा कोर्ट ।
मुंगेली कान्हा जायसवाल (सबका संदेश) विधानसभा चुनाव में वीडियोग्राफी करना युवक को महंगा पड़ गया लोरमी निवासी आशिष कश्यप ने एस पी आईजी व को शिकायत किया गया , व जिसमे 33 लाख की जगह भुगतान करने के बजाय दस्तावेज में काट छाट के दूसरे फर्म को 80 लाख भुगतान किया गया है, आईजी बिलासपुर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जाच व कार्यवाही का आश्वासन दिया था,।
लोरमी निवासी आशिष कश्यप का लोरमी में पुराना बस स्टैंड में स्टूडियो हैं उसे विधानसभा निर्वाचन 2018 में जिला मुंगेली की वीडियोग्राफी का टेंडर मिला था, उसके लिए उसके मोबाईल नम्बर 9752612407का चयन किया गया, जिसके बाद उसने सारी औपचारिक ताये पूरी की अनुबंध के तौर पर उसने 50 हजार का बैंक ड्राफ्ट निर्वाचन विभाग के नाम जमा किया, जिसके बाद वीडियोग्राफी का कार्य पूरा किया जिसके बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने उसे मुंगेली ने उसे प्रशस्त्री पत्र भी प्रसारित किया गया, वीडियोग्राफी का बिल 33 लाख 10 हजार रुपये बना जिसके भुगतान के लिए उसने पत्र लिखा, लेकिन आज तक उसे बिल भुगतान नहीं किया गया हैं।
और ये सभी फर्जी वाडा कलेक्टर नरेन्द्र सर्वेश्वर भूरे,अपर कलेक्टरराजेश नशीने, आर आर देवांगन इलेक्शन सुपरवाइजर के द्वारा किया गया है
आसिष कश्यप का आरोप हैं कि महामाया फ़ोटो स्टूडियो लोरमी के नाम से फर्म हैं जिसके द्वारा विधानसभा 2013 की वीडियोग्राफी की गई थी , समान नाम का फायदा उठाकर उसने टेंडर का दावा किया जा रहा है, आसिष कश्यप ने आरोप महामाया फोटो स्टूडियो के संचालक महेंद्र द्विवेदी को दस्तावेज में हेर फेर कर लगभग 80 लाख भुगतान कर दिया गया है। व उन्हें उनका कर्मचारी घोषित कर दिया है। आसिष ने बताया कि टेंडर के अनुबंध पत्र व वेडियोग्राफी का कार्य करने वाले कर्मचारियों के सभी डॉक्यूमेंट उनके पास है, किसी दूसरे व्यक्ति को कैसे भुगतान किया जा सकता है।
इस मामले में आज दिनांक तक कोई कार्यवाही नही होने पर आवेदक ने मुंगेली cjm कोर्ट में दिनांक 26-11-2020 को धारा 156,3, के तहत परिवाद (अधिवक्ता पूर्व cbi मजिस्ट्रेट प्रभाकर ग्वाल एवं अमित सिंह गहलोत के माध्यम से)पेश किया गया।