छत्तीसगढ़

कोविड-19: वैक्सीन के बावजूद रहेंगे प्रतिबंध, अगली सर्दियों तक लगाना पड़ सकता है मास्क

कोरोना से लड़ने के लिए ब्रिटेन में लोगों को वैक्सीन लगाने का काम भले ही शुरू हो गया है लेकिन प्रतिबंधों से उन्हें तत्काल राहत की उम्मीद कम है। ब्रिटेन की बोरिस जॉनसन के नेतृत्व वाली सरकार का मानना है कि हम भले ही वैक्सीन लाने वाले पहले देश बन गए हैं और निश्चित तौर पर यह बहुत बड़ी कामयाबी है, लेकिन हमें इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि हम लापरवाह न बनें। संभव है कि वैक्सीन के बावजूद अगली सर्दियों में भी ब्रिटेन के लोगों को मास्क लगाना पड़े।

ब्रिटेन की सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार पैट्रिक वालेंस के मुताबिक, टीकाकरण के साथ ही अगर लोग सावधानी रखेंगे तो यह उनके लिए और भी बेहतर होगा। इसके साथ ही प्रतिबंध भी लागू रहेंगे, क्योंकि फिलहाल इनका कोई विकल्प नहीं है। इससे पहले अक्तूबर में भी पैट्रिक वालेंस ने आशंका जताई थी कि कोरोना वायरस वैक्सीन से भी खत्म नहीं होगा और सामान्य फ्लू की तरह ही हर साल इसके संक्रमण के मामले सामने आते रहेंगे। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा था कि वैक्सीन लेने से संक्रमण की संभावना कम तो होगी और वायरस की वजह से होने वाली बीमारियों की रफ्तार भी कम हो जाएगी।

क्रिसमस से पहले छूट :

ब्रिटेन की सरकार ने एक महीने के लॉकडाउन के बाद क्रिसमस से पहले लोगों को टियर-3 और टियर-4 स्तर के सख्त प्रतिबंधों से थोड़ी राहत दी है। हालांकि, इस दौरान बाजारों में खूब भीड़ हो रही है। खरीदारी करने वाले लोगों की सड़कों पर लंबी-लंबी कतारें लगी हैं। सरकार ने लोगों से अपील की है कि पैनिक शॉपिंग से बचें। लोग सामाजिक दूरी के नियम को भी दरकिनार करते दिख रहे हैं। वहां विपक्षी सांसद प्रतिबंधों को लेकर लंबे समय से जॉनसन सरकार का विरोध कर रहे हैं। सरकार जल्द ही नई पाबंदियों की घोषणा कर सकती है।

रूस में भी राहत नहीं :

रूस ने स्पूतनिक-v टीका लगाना शुरू कर दिया है। दूसरे सबसे बड़े शहर सेंट पीट्सबर्ग में इस सप्ताह अधिकारियों ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए अतिरिक्त प्रतिबंधों की घोषणा की है। स्थानीय अधिकारियों ने रेस्तरां, कैफे और बार 30 दिसंबर से तीन जनवरी के बीच बंद करने का आदेश दिया है। संग्रहालय, थिएटर, कॉन्सर्ट हॉल आदि 30 दिसंबर से 10 जनवरी के बीच बंद रहेंगे। रेस्तरां, कैफे और बार 25 दिसंबर से 29 दिसंबर तक शाम सात बजे बंद कर दिए जाएंगे और फिर चार से 10 जनवरी के बीच इसी समय बंद किए जाएंगे।

जर्मनी प्रतिबंध सख्त करेगा :

जर्मनी के स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि फिलहाल जो हालात हैं उन्हें गंभीरता से लेना होगा। हमारे पास अब प्रतिबंधों को सख्त करने के अलावा ज्यादा विकल्प नहीं हैं। देश में जल्द ही तमाम स्कूल बंद किए जा सकते हैं। इसके अलावा गैर जरूरी दुकानें भी बंद की जा सकती हैं। माना जा रहा है कि सरकार लॉकडाउन भी घोषित कर सकती है।

इटली में भी हालात बिगड़े :यूरोप के एक और देश इटली में भी हालात नहीं सुधरे हैं। यहां मरने वालों का आंकड़ा 60 हजार के पार हो चुका है। बीते एक सप्ताह से यहां रोजाना 20 से 22 हजार संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं। कोरोना ने मौतों के मामले में इटली दुनिया में इस वक्त छठवें स्थान पर है।

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