जिला अस्पतालों में 8 माह बाद शुरू होगा मोतियाबिंद का ऑपरेशन, बंद स्वास्थ्य सुविधाए फिर होंगी शुरू
प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग ने जिला अस्पताल व अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में बंद पड़ी स्वास्थ सुविधाओं को धीरे-धीरे चालू कराने में तैयारी में जुट गया है। राजधानी के जिला अस्पताल के नेत्र रोग विभाग में करीब 8 माह से बंद मोतियाबिंद व आंखों के अन्य ऑपरेशन शुरू करने की पूरी तैयारी कर ली गई है।
15 दिसंबर के बाद से मरीजों को इसका लाभ मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने के लिए मरीजों को आंबेडकर अस्पताल या निजी क्लीनिकों में जाने की नौबत नही आएगी। निजी अस्पतालों में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए 25 से 40 हजार रुपए तक खर्च करने पड़ते हैं।
जिला अस्पताल के एक उच्च अधिकरी ने बताया कि मोतियाबिंद व आंखों के अन्य ऑपरेशन के लिए हाईटेक ऑपरेशन थिएटर पहले से तैयार है। आईवार्ड में एक हाईटेक ओटी, दो वार्ड स्टरलाइज रूम, डॉक्टर का चैंबर, प्री-चेकअप ऑपरेशन, जांच आदि की सुविधा है।
मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए तैयारी कर ली गई है। वार्ड में बेड लगा दिए गए हैं। तीन विशेषज्ञ डॉक्टर पदस्थ हैं। ऑपरेशन थिएटर के फ्यूरेशन का काम चल रहा है। मेडिकल कॉलेज से अनुमति मिलते ही ऑपरेशन शुरू हो जाएंगे।
डॉ. पीके गुप्ता, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल, रायपुर