किसानों के चेहरे में मुस्कान, कबीरधाम जिले में 15 हजार किसानों ने महज 4 दिनों में बेचा 76 करोड़ 92 लाख रूपए का धान
किसानों के चेहरे में मुस्कान, कबीरधाम जिले में 15 हजार किसानों ने महज 4 दिनों में बेचा 76 करोड़ 92 लाख रूपए का धान
कबीरधाम जिले में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति 60 से बढ़कर 90 और धान उपार्जन केन्द्र 86 से बढ़कर 94 करने से किसानों को मिल रहा है लाभ
कवर्धा, 05 दिसम्बर 2020। राज्य शासन द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरूआत करने और पंजीकृत सभी किसानों के लिए धान उपार्जन केन्द्रों में धान बेचने के लिए बनाई गई सुचारू व्यवस्था से किसानों के चेहरे में खुशहाली देखी जा रही है। कबीरधाम जिले के 94 धान उपार्जन केन्द्रों में महज चार दिनों में ही 15 हजार 555 किसानों से अलग-अलग प्रजातियों के 76 करोड़ 92 लाख 33 हजार 859 रूपए का धान की खरीदी कर ली गई है। कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा ने कहा कि जिले के पंजीकृत सभी किसानों से निर्धारित समयवधि में धान की खरीदी की जाएगी। सुचारू रूप से सभी पंजीकृत किसानों अपना धान बेच सके, इसके लिए विशेष व्यवस्था बनाई गई है। उन्होंने कहा है कि धान बेंचने में अगर किसी भी पंजीकृत किसान को किसी भी प्रकार की असुविधा, परेशानी या उन्हें लगता है कि उनका गिरदावरी या रकबा के संबंध में किसी भी प्रकार की त्रुटियां हुई है तो ऐसी स्थिति में संबंधित किसान 11 दिसंबर तक संबंधित तहसील कार्यालय में अपना आवेदन जमा कर सकते है। कलेक्टर ने कहा है कि इस संबंध में प्राप्त आवेदनों का सर्व प्राथमिकता में विधिवत निराकण की कार्यवाही की जाएगी।
कबीरधाम जिले में पिछले साल की तुलना में जिले में काफी तेजी से धान खरीदी की जा रही है। इस वर्ष जिले में धान के रकबे में भी बढौती और पंजीकृत नए किसानों की संख्या में इजाफा हुआ है। जिले में बढ़ते किसानों की संख्या को विशेष ध्यान में रखते हुए उन्हे धान बेचने में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी या समस्या ना हो इसके लिए राज्य शासन द्वारा जिले में नए 30 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति और 8 नए धान खरीदी केन्द्र बनाए गए है। अब जिले में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति 60 से बढ़कर 90 और धान उपार्जन केन्द्र 86 से बढ़कर 94 हो गई है। जिले में नए प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति और धान उपार्जन केन्द्र बनने से किसानों को बहुत सुविधाएं मिल रही है। जिन किसानों को अधिक 10 से 12 किलोमीटर दूरी तय कर धान बेचने जाना पड़ता था, अब ऐसे किसानों को महज 3 से 5 किलोमीटर ही सफर तय करना पड़ रहा है। इससे किसानों को सुविधा भी मिली है और उन्हे वाहन भाड़ा करने जैसे समस्याओं से छूटकारा भी मिला है।
जिला सहकारी केन्द्री बैक के जिला नोडल अधिकारी श्री बद्री चन्द्रवंशी ने बताया कि जिले में अब तक 94 धान उर्जाजन केन्द्रों में पंजीकृत किसानों से 76 करोड़ 92 लाख 33 हजार रूपए के धान के विभिन्न प्रजाति जैसे मोटा, महमाया, पतला, एचएमटी, आईआर 36 सरना किस्म के कुल 4 लाख क्विंटल धान की खरीदी कर ली गई है। पंजीकृत ऋणी किसानों से अब तक 33 करोड़ 88 लाख 90 हजार रूपए की ऋण वसूली कर ली गई है। किसानों को धान का भूगतान 43 करोड़ 3 लाख 45 हजार रूपए सीधे बैंक खाते के माध्यम से किया जा रहा है। कुछ किसानों को राशि भी मिल गई है।