बैकुंठ चतुर्दशी की पावन बेला पर दीपदान अजय शर्मा सब का संदेश ब्यूरो चीफ व संभाग प्रमुख
बैकुंठ चतुर्दशी की पावन बेला पर दीपदान
अजय शर्मा सब का संदेश ब्यूरो चीफ व संभाग प्रमुख
कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी यानी
बैकुंठ चतुर्दशी की पावन बेला में भक्तों ने रविवार को संध्या समय भगवान विष्णु और भगवान शंकर की आराधना करके मोहारा नदी में दीपदान किया। दीप प्रज्ज्वलित करके उसे दोना-पत्तल में रखकर नदी में प्रवाहित किया। दोनों इष्टदेवों से जाने-अंजाने हुए पापों से मुक्ति देने की कामना की। रविवार को संध्या बेला से पहले ही श्रद्धालु मोहारा नदी घाट पर पहुंचने लगे थे। मोहारा नदी तट पर स्थित महादेव का दर्शन करके श्रद्धालुओं में दीपदान करने के प्रति आस्था छलक पड़ी। नदी की धारा में दीप प्रवाहित होने का अदभुत नजारा मोहारा नदी तट पर दिखाई दिया। घाट के किनारे दूर दूर तक दीपों की लड़ी जगमगा उठी।
प्रांतीय अखंड ब्राह्मण समाज के नेतृत्व में, महिलाओं में दीपदान करने के प्रति अगाध श्रद्धा का भाव छाया था।1001 दीप नदी में प्रवाहित किया
प्रांतीय अखंड ब्राह्मण समाज नारी शक्ति की सदस्या, व महिला ब्राह्मण समाज की सचिव श्रीमती वंदना तिवारी ने बताया कि कार्तिक मास की बैकुंठ चतुर्दशी पर स्नान और दीपदान का शास्त्रों में विशेष महत्व है। इस मान्यता के चलते छत्तीसगढ़ प्रांतीय अखंड ब्राम्हण समाज के सदस्यों ने दीपदान करने के लिए जागरूक किया था।
इस अपील का असर हुआ और सदस्य दीपदान करने पहुंचे। मोहारा नदी तट पर श्रद्धालु शाम 5 बजे से दीपदान के लिए पहुंचने लगे थे। कई सदस्यों ने नदी में ही स्नान करके भोलेनाथ का दर्शन करके मन्नत मांगी और दीपदान किया। भक्तों ने मंत्रोच्चार एवं विधिवत पूजा अर्चना कर 1001 दीप नदी में प्रवाहित किए। इस अवसर पर महिला ब्राह्मण समाज की अध्यक्ष श्रीमती प्रभा शुक्ला, सचिव श्रीमती वंदना तिवारी, कोषाध्यक्ष श्रीमती प्रीति तिवारी, श्रीमती मंजू मिश्रा, श्रीमती किरण तिवारी,श्रीमती ममता द्विवेदी, श्रीमती रमा तिवारी, श्रीमती रमा शर्मा, पारूल तिवारी,सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।