छत्तीसगढ़

बेमेतरा जिला ऑनलाइन वर्चुअल क्लास का अभिनव कार्य – जरुरत है शिक्षक जुड़कर करें काम शिक्षकों को स्वयं पर विश्वास करना सीखने की जरुरत है – के.के.शुक्ला

बेमेतरा जिला ऑनलाइन वर्चुअल क्लास का अभिनव कार्य – जरुरत है शिक्षक जुड़कर करें काम
शिक्षकों को स्वयं पर विश्वास करना सीखने की जरुरत है – के.के.शुक्ला
शिक्षक क्षमता विकास के लिए बेमेतरा में हुआ वेबिनार

पढाई तुंहर दुआर कार्यक्रम के तहत बेमेतरा में ऑनलाइन वर्चुअल क्लास शिक्षा विभाग द्वारा वेबिनार का आयोजन किया गया | विगत दो माह से प्रति सप्ताह होने वाले वेबिनार के माध्यम से शिक्षकों में विषय गत समझ और कौशल विकास हेतु प्रयास किया जा रहा है | जिसमे शिक्षक और छात्रों की सहभागिता होती है| अनेक शिक्षक अभी भी पुराने ढर्रे से यदाकदा ऑनलाइन क्लास ले रहे है | शिक्षकों के कक्षा शिक्षण में सहायता के लिए ऐसे कार्यक्रम बहुत महत्वपूर्ण है|
आयोजित कार्यक्रम में जिला प्रभारी के.के.शुक्ला ने अपने संबोधन में कहा की शिक्षकों को अपनी क्षमता और कमजोरियों का ज्ञान होना चाहिए और उन्हें अपनी क्षमता को बढ़ाने और कमजोरियों को कम करने का प्रयास करना चाहिए | सीखने के लिए आदर्श वातावरण निर्माण बहुत महत्वपूर्ण होगा इसलिए उनसे बातचीत, चर्चा होना चाहिए|
उन्होंने क्लासरूम पेडागोजी के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि बच्चों को तथ्य,सूत्र,नियम,सिध्धांत की समझ और स्मरण दोनों ही जरुरी है | इनका विकास शिक्षक को करना चाहिए | उन्होंने शिक्षकों को डब्लू एच टेम्पलेट और अवधारणा मानचित्रण का उपयोग करने को कहा |
बच्चों में अनुप्रयोग कौशल के विकास के लिए पर्याप्त कार्य करने होंगे \ बच्चों में विचार या सोच को पैदा करने वाले प्रश्न देना होगा | प्रश्न ऐसा हो जो किताबी न हो जो बच्चों के खोजी और तर्कशक्ति विकास के लिए जरुरी है |


इससे पहले जिला प्रभारी ऑनलाइन वर्चुअल क्लास विकेश कुमार यादव ने शिक्षण के दौरान प्रश्नों के महत्त्व पर प्रस्तुतीकरण दिया | उन्होंने बताया की विषय शिक्षण के दौरान किये जाने वाले प्रश्न बहुत महत्वपूर्ण होते है जिनकी सहायता से बच्चों में समस्या समाधान को बढ़ावा देने के लिए, छात्रों की मदद करने , विचारों और अनुप्रयोग के बीच सम्बन्ध जोड़ने, बच्चों की प्रतिक्रिया को प्रोत्साहित करने, विभिन्न विषयों के उद्देश्यों के विकास में, बच्चों की प्रगति को जांचने , छात्रों में विषय की ठोस समझ बनाने में सहायता करने और परिकल्पना करने अनुमान लगाने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए प्रश्नों के प्रारूप को उदाहरणों के द्वारा समझाया | उन्होंने शिक्षकों को ऑनलाइन और ऑफलाइन शिक्षण में कौशल आधारित प्रश्नों के उपयोग करने कहा | बच्चों में किसी तथ्य या विषय की जानकारी मात्र सूचना बन कर न रह जाये इसका भी ध्यान शिक्षकों को रखने की जरुरत है \
शिक्षकों के लिए आयोजित इस वेबिनार में जिला प्रभारी के.के.शुक्ला जिला प्रभारी एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर, बेमेतरा जिला ऑनलाइन वर्चुअल क्लास प्रभारी विकेश कुमार सहित विषय विशेषज्ञ के रूप में डॉ. पूनम बिचपुरिया, विनय कुमार जोशी और वंदना पालेकर उपस्थित थे |

द्वितीय सत्र में विषय विशेषज्ञ विनय कुमार जोशी ने गणित शिक्षण में प्रश्नों के प्रयोग पर अपना प्रस्तुतीकरण दिया | उन्होंने ज्ञान,अवधारणा,अनुप्रयोग,विश्लेषण, मूल्यांकन और संश्लेषण आदि कौशल के विकास में प्रश्नों के निर्माण को उदाहरण की सहायता से समझाया | उन्होंने बताया की बच्चा यह समझ पाए कि गणित सभी जगह है | उसे गणित की भाषा समझ में आनी चाहिए| उनमे विषय के अनुरूप सोचने के लिए प्रेरित करना होगा |
तत्पश्चात विषय विशेषज्ञ डॉ. पूनम बिचपुरिया ने बताया की बच्चों के लिए हायर ऑर्डर थिंकिंग के प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं में मददगार होता है | बच्चों में गणितीय तर्कशक्ति का विकास करना , गणितीय गुणधर्म और तथ्यों को जानने में शिक्षकों की भूमिका को स्पष्ट किया | उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बच्चों में रटने की जगह समझ का विकास करना बहुत आवश्यक है | ऐसे कार्य डिजाईन करना जो बच्चों को सोचने में प्रेरित व मदद करे |

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