अपने नाराज ना हो न्योता दे रहे लेकिन बुजुर्गों से अपील भी घर से ही आशीर्वाद दें
अजय शर्मा सब का संदेश बिलासपुर संभाग प्रमुख व ब्यूरो चीफ
कोरोना महामारी ने आम आदमी को जीवन शैली के साथ रीति-रिवाजों पर भी गहरा असर डाला है शादी समारोह को भी प्रभावित किया है शादियों के आमंत्रण कार्ड में लोग को रोना से सावधानी के स्लोगन लिखवाना नहीं भूल रहे हैं वहीं सरकारी बंदिशों के बीच बगैर व्यवस्था के शादी निपट जाए इसके लिए उपाय भी कर रहे हैं आमंत्रण कार्ड पर यही दरी के बदलाव के रूप में नजर आ रहे हैं पहले जहां आमंत्रण पत्र में सपरिवार लिखा रहता था अब एक या दो लोगों को ही नेता दिया जा रहा है घर से ही आशीर्वाद देने की अपील भी की जा रही है अभी हो रही शादियों के आमंत्रण कार्ड पर यह नवाचार इसलिए भी है क्योंकि लोग खुशियों के इस मौके पर किसी तरह का व्यवधान नहीं चाहते हैं दूसरी ओर वे अपने मेहमानों परिचितों और मित्रों को नाराज भी नहीं करना चाहते यही वजह है कि वे शोसल दिस्तेसिंग का हवाला देते हुए आमंत्रण कार्ड तो दे रहे हैं लेकिन उनसे घर पर ही रह कर वर वधू को आशीर्वाद देने का निवेदन भी कर रहे हैं शहर में 30 अक्टूबर को हुई एक शादी के आमंत्रण पत्र में यह उल्लेख नजर आया इसके साथ ही इस विवाह के कार्ड में कार्यक्रम की डिटेल नहीं दी थी लेकिन आमंत्रण जरूर था और घर पर रहकर वर वधु को आशीर्वाद देने का निवेदन भी किया गया था। आमंत्रण में यह भी लिखवा रहे हैं अभी मास्क ही वैक्सीन है, शासन के नियमानुसार सामाजिक दूरी का पालन करने की कृपा करें, कृपया कोविंद 19 नियमों का पालन करें। शादी कार्ड डिजाइन करने वाले बिलासपुर के योगेश जैन का कहना है कि अब कार्ड में काफी परिवर्तन देखने को मिल रहा है कार्ड छपवाने के लिए आने वाले लोग पूछ रहे हैं कि अभी लोग किस तरह के और कितने कार्ड छपवा रहे दो तरह के कारण अधिक ज्यादा छाप रहे हैं एक वह जिन में शादी की कार्यक्रम की पूरी डिटेल है लेकिन कम संख्या में काला और दूसरे वे जिन्हें अप्रत्यक्ष तौर पर आशीर्वाद देने की बात लोग छपवा रहे हैं 20 से 30 कार्ड छपवाने के लिए भी लोग आ रहे हैं। पीडीएफ से नेवता देने का चलन बढ़ा गोलछा कार्ड के संचालक रूपेश गोलछा का कहना है कि पीडीएफ से कोरोना के कारण नेवता देने का चलन बढ़ गया है 50 से 100 कार्ड छपवाने के लिए ज्यादा लोग आ रहे हैं ज्यादा लोग 50 ही। कार्ड छपवा रहे हैं