छत्तीसगढ़

खेतों में जलाई जा रही है पैरा शिकायत के बाद भी प्रशासन मौन

खेतों में जलाई जा रही है पैरा शिकायत के बाद भी प्रशासन मौन
अजय शर्मा सब का संदेश संभाग प्रमुख व ब्यूरो चीफ 9977420682
जांजगीर बाराद्वार हार्वेस्टर से खेतों की कटाई और मिसाई कराने के बाद बचे हुए पैरों को किसानों द्वारा खेत में ही आग लगाई जा रही है इससे पर्यावरण प्रदूषण के साथ ही पड़ोस के खेतों में आगजनी का खतरा है गुरुवार को कचंदा से नगरदा के बीच के करीब 40 एकड़ से अधिक खेतों में आग लगा दी इससे निकलने वाले धुएं से लोगों को दिक्कतें का सामना करना पड़ा ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिम्मेदार अफसरों से की है लेकिन इसके बावजूद ऐसा किसानों के खिलाफ विभाग के जिम्मेदार अफसरों द्वारा कार्यवाही नहीं की जा रही है राज्य शासन की नई गाइडलाइन के अनुसार खेतों में आग लगाने पर प्रतिबंध है। एक तरफ गांव गांव में गौठान मवेशियों के लिए किया गया है एक तरफ खेतों में पायरा पर आग लगा रहे हैं वह पैरा गौठान के लिए काम आता जिससे मवेशियों की भूख मिटती।

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