रायपुर,प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि कांग्रेस सरकार ने किसानों से अपना वादे पर अडिग है। छत्तीसगढ़ में 1 दिसंबर से धान खरीदी होगी। 1 दिसंबर से धान खरीदी शुरू होने जा रही है। टोकन पहले से दिये जा रहे है। ये टोकन 7 दिन के लिये वेलिड होंगे। यदि कोई किसान अपने टोकन पर धान नहीं बेच पाया तो उसे फिर से टोकन जारी कर दिया जायेगा। इस प्रकार धान खरीदी सुव्यवस्थित रूप में चलेगी। सब का धान खरीदा जायेगा। 2500 रूपये में खरीदा जायेगा। भाजपा द्वारा लगातार धान खरीदी में बाधा डालने की कोशिशे की गयी है और की जा रही है। कभी भाजपा की केन्द्र सरकार द्वारा कहा गया सेन्ट्रल पुल में छत्तीसगढ़ के किसान के धान से बना चावल नही लिया जायेगा। इसके लिये चिट्ठी तक लिख दी थी मोदी सरकार ने। इस साल भाजपा की केन्द्र सरकार ने धान खरीदी के लिये बारदानो की उपलब्धता में बाधा डाली। बारदाने ही नही उपलब्ध कराये लेकिन कांग्रेस की सरकार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार इन तमाम समस्याओं का मुकाबला करते हुये अपने वादे को पूरा करते हुये किसानो की धान की खरीदी 1 दिसंबर से करने जा रही है। छत्तीसगढ़ में सुव्यवस्थित रूप से धान की खरीदी होगी। धान बिचौलियों और धान दलालों और धान खरीदी में गड़बड़ियों कर किसानों को परेशान करने वालों को कोई प्रश्रय नही मिलेगा। प्रदेश के बाहर का धान नही, छत्तीसगढ़ के किसानो का उगाया हुआ धान छत्तीसगढ़ के सोसाइटियों में 2500 रूपये में खरीदा जायेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने धान का दाम 2500 रू. देते हुये पहले साल 80 लाख टन से अधिक और दूसरे साल 83 लाख टन धान की खरीदी की है। भाजपा की 15 साल की सरकार में तो 12 लाख किसानों से ही औसत 50 लाख टन धान ही प्रतिवर्ष खरीदा गया।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि इस साल 21 लाख 50 हजार से अधिक किसानों का पंजीयन हो चुका है जिनसे कांग्रेस सरकार 2500 रू. में धान खरीदने जा रही है। धान का रकबा भी बढ़ा है, किसानों की संख्या भी बढ़ी है। धान खरीदी भी लगातार बढ़ रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने पहले साल 2018-19 में 15 लाख 71 हजार किसानों से 80 लाख टन से अधिक धान खरीदा और दूसरे साल 2019-20 में 19 लाख 52 हजार किसानों से 83 लाख टन से अधिक धान खरीदा गया। धान खरीदी की सुव्यवस्थित तैयारियों से भाजपा के झूठ की पोल खुल गयी है।
धान खरीदी में निगरानी हेतु कांग्रेस की त्रिस्तरीय समितियां करेगी काम
राज्य की भूपेश बघेल सरकार 1 दिसंबर 2020 से प्रदेश के समस्त सोसाईटी, धान खरीदी केन्द्रो के माध्यम से 2500 रूपये प्रति क्विंटल की दर पर धान खरीदी करने जा रही है। इस अवसर पर कांग्रेस ने सभी जिला कांग्रेस कमेटियों को परिपत्र जारी करके कहा है कि
आज देश में 2500 रूपये प्रति क्विंटल धान खरीदने वाला छत्तीसगढ़ एक मात्र राज्य है। जहां छत्तीसगढ़ राज्य के सीमावर्ती राज्यो से धान की अवैध आवक होती है, जिसे रोकना हम सभी कांग्रेसजनों का दायित्व एवं कर्तवय है, जिसके माध्यम से हम राज्य सरकार को आर्थिक क्षति न हो।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने धान खरीदी को गंभीरता से लेते हुये निर्देशित किया है कि, किसान भाईयों के हित में समर्थन मूल्य पर बिक्री व्यवस्था में, किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो और सीमावर्ती राज्यों से धान की अवैध आवक न हो इसकी निगरानी हेतु कांग्रेस जिला, ब्लाक एवं खरीदी केन्द्रवार त्रि-स्तरीय निगरानी समिति का तत्काल गठन किया जाना है।
जिला, ब्लाक स्तरीय निगरानी समिति में जिला एवं ब्लाक के किसानों से संबधित समस्याओं के लिये कांग्रेसजनो, किसानो, किसान कांग्रेस के पदाधिकारियों को शामिल करके 11 सदस्यीय तथा खरीदी केन्द्र स्तर पर खरीदी केन्द्र के अंतर्गत आने वाले समस्त आश्रित ग्रामों से कांग्रेस सदस्यों को समाहित करते हुये निगरानी समिति का गठन जायेगा।
किसान को धान खरीदी, बिक्री में कोई समस्या उत्पन्न हो रही हो, तो जिला, ब्लाक स्तर पर समस्या को प्रशासन के समक्ष प्रभावी ढंग से रखते हुये निराकरण के लिये किसान को आवश्यक सहयोग, मदद किया जाना है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम फोन नं. 0771-2236793, 2236794 एवं 2236795 पर सूचित करें।