आंतरिक संसाधनों के उपयोग से एसएमएस तीन को आयरन ओर की निर्बाध सप्लाई सुनिश्चित की गई
भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक वक्र्स राजीव सहगल ने शुक्रवार 20 नवंबर को बतौर मुख्य अतिथि बन्द पड़े स्टील मेल्टिंग शॉप-1 में स्थित बल्क चार्ज यार्ड से एसएमएस-3 को आयरन ओर सप्लाई का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी सेवाएँ एस एन आबिदी, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी एम एंड यू अरविंद कुमार, मुख्य महाप्रबंधक ए के तिवारी, मुख्य महाप्रबंधक बी एल चांदवानी, मुख्य महाप्रबंधक गुणवत्ता एस कर, महाप्रबंधक एमआरडी ज्ञानेश झा सहित संयंत्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण एवं विभागाध्यक्ष विशेष रूप से उपस्थित रहे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री सहगल ने इस विशिष्ट कार्य को स पन्न करने वाली टीम के सदस्यों की भरपूर प्रशंसा करते हुए उन्हें भविष्य में भी नये-नये कार्य करने हेतु प्रेरित व प्रोत्साहित किया।
उल्लेखनीय है कि आयरन ओर का उपयोग स्क्रैप के विकल्प के रूप में करने से संयंत्र के उत्पादन लागत में कमी आती है तथा स्क्रैप बिक्री के लिए उपलब्ध हो पाता है। स्टील मेल्टिंग शॉप में इस्पात बनाने की प्रक्रिया में सूखे हुए आयरन ओर की जरूरत होती है। राजहरा खदान से आने वाले आयरन ओर को ओएचपी यार्ड में खुले में रखा जाता है जिससे बरसात में यह गीला हो जाता है और इसे स्टील मेल्टिंग शॉप में सुरक्षा की दृष्टि से उपयोग में नहीं लाया जा सकता है। अत: निर्बाध आपूर्ति के लिए यह अभिकल्पना की गई की इस हेतु ओएचपी यार्ड में एक शेड का निर्माण किया जाय। इसके निर्माण में बड़े खर्च का अनुमान था।
संयंत्र के कार्यपालक निदेशक वक्र्स राजीव सहगल ने बंद हो चुके एसएमएस-1 के बल्क चार्ज यार्ड का उपयोग शेड के रूप में करने की परिकल्पना की तथा संयंत्र बिरादरी को इस कार्य को आंतरिक संसाधनों से संपादित करने दिशानिर्देश दिया। इस महत्वपूर्ण कार्य को मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी सेवाएँ एस एन आबिदी के कुशल नेतृत्व व मार्गदर्शन में एमआरडी, आरएमडी, एसएमएस-1, ट्रैफिक विभाग एवं प्लांट गैरेज के कर्मठ व प्रतिबद्ध कार्मिकों ने दो सप्ताह के भीतर ही पूर्ण कर टीम भावना का बेहतरीन प्रदर्शन किया।
विदित हो कि आंतरिक संसाधनों द्वारा इस कार्य के पूर्ण होने से नये शेड के निर्माण में खर्च होने वाली बहुमूल्य राशि की बचत हुई है। इसके साथ ही आयरन ओर के उपयोग से बचत किये गये स्क्रैप की बिक्री से संयंत्र को प्रतिवर्ष बड़ी मात्रा में अतिरिक्त आय प्राप्त करने में मदद भी मिलेगी।